उज्जैन ।मध्यप्रदेश में हनी ट्रैपिंग का मामला सामने आने के बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है ।हालांकि पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी कहने से बच रही है लेकिन सूत्रों का कहना है कि हनी ट्रैपिंग में 10 से अधिक बडे अधिकारी कुछ मंत्री और कुछ कारोबारी फंसे हैं जिन पांच युवतियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है उनके पास से पेन ड्राइव ,सीडी और लैपटॉप में अनेक अश्लील वीडियो मिले हैं। जिनकी जांच करने की बात कही जा रही है इस मामले में पुलिस क्या वास्तव में हनी ट्रैपिंग के शिकार नेताओं अधिकारियों और कारोबारियों के नाम उजागर करेगी या नहीं यह तो आने वाले दो-तीन दिनों में ही पता लग पाएगा ले,आईये हम आपको बताते हैं कि हनी ट्रैपिंग क्या है द? हनी ट्रैपिंग अवैध संबंधों का मायाजाल है, इसके तहत कुछ युवतियां गिरोह बनाकर अपनी खूबसूरती के मायाजाल में मोटे मुर्गे फास लेती है ,शुरुआत में उनसे बातचीत फिर फोन पर अश्लील चीटिंग और इसके बाद सेक्स संबंध बनाकर इन संबंधों का वीडियो बनाया जाता है और इसके आधार पर संबंध बनाने वाले को ब्लैकमेल कर नियोजित योजना बनाकर जाल में फसने वालो सेमो रकम की मांग जाती है , मांग पूरी होने पर,ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो जाता है,परिवार में समाज में बदनामी के डर से जाल में फसनेवाला,हर नाजायज मांग को पूरा करता है, 100 में से एकआध मामला ही पुलिस तक पहुंचता है वह भी तब जबकि मांग इतनी ज्यादा हो कि देने वाला उसकी पूर्ति न कर सके ,आजकल सुंदरियां इस काम के लिए अपने साथ साथ कुछ मजबूर और ऐशो आराम पसंद लड़कियों को भी अपने जाल में फंसा कर उनसे सेक्स का व्यापार करवाती है मध्य प्रदेश सहित देश में पिछले कुछ सालों में हनी ट्रैपिंग के अनेक मामले सामने आए हैं ज्यादातर मामलों में पुलिस आगे कार्रवाई नहीं करती है क्योंकि कार्यवाही करने से अनेक ऐसे नाम भी सामने आते हैं जिन्हें छुपाना उनकी मजबूरी होती है।
आइए हम बताते हैं क्या होता है हनी ट्रैपिंग