इंदौर।कोरोना कोविड़-19 के तहत लगे कर्फ़्यू की आड़ में कई लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में व्यस्त हैं।इंदौर शहर में ही कई लोग "पास" की "आस" में और भोजन बाँटने के नाम पर चंदा वसूली कर रहे हैं।ऐसे फर्जी समाजसेवियों की दुकानदारी कलेक्टर मनीष सिंह ने पदभार ग्रहण करते ही बंद कर दी ,जो एक प्रशंशनीय निर्णय है।
यह बात प्रसिद्ध समाजसेवी परमानंद तोलानी ने कही ।
उन्होंने ने बताया कि गत कई दिनों से कुछ तथाकथित भोजन बाँटने और कर्फ़्यू पास बनवने के नाम पर भोलेभाले लोगों के साथ जमकर चंदा उगाई कर धोखाधड़ी की दुकान चला रहे हैं । जिन्हें कलेक्टर मनीष सिंह ने पदभार लेते ही उगाई कार्य से मुक्त कर दिया, श्री तोलानी ने बताया कि मनीष सिंह इंदौर औऱ यहाँ के फर्जी समाजसेवियों से भली भांति परिचित हैं।कलेक्टर को भोजन कि जिम्मेदारी sdm के निर्देश पर पुलिस द्वारा निर्धारित करना चाहिए ,जिससे कोई बिचोलिये चंदा उगाई नही कर सके औऱ जरूरतमंद की जरूरतें पूरी की जा सकें।श्री तोलानी में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया है एक श्रेष्ठ, ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ को कलेक्टर इंदौर बनाने पर..। व आम जनता से सरकार का कॅरोना लड़ाई में सहयोग करने की अपील की है।
फर्जी समाजसेवियों की दुकानदारी कलेक्टर मनीष सिंह ने पदभार ग्रहण करते ही बंद कर दी