उज्जैन। देशभर में कोरोना को लेकर सजगता बरती जा रही है और चिकित्स अपनी जान पर खेलकर मरीजों की जाँच कर रहे है वहीं दवा व्यापारियों द्वारा मास्क ओर सेनेटाइजर के नाम पर आम नागरिकों को जमकर लूटा जा रहा है, सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस लूट को कौन रौके ? दैनिक मालव क्रांति ने आम जनता को भारत सरकार द्वारा तय दाम दो प्लाय मास्क 8 रु. तीन प्लाइ मास्क 10 रु. और 200 एमएल सेनेटाइजर 100 रु. में मिले इस हेतु मुहिम चलाई लेकिन जमाखोरों और मुनाफाखोरों के आगे प्रसासनिक बेबसता के चलते लगता है कि आम जनता को इस लूट का शिकार होना ही पड़ेगा, उज्जैन में 2 प्लाइ और तीन प्लाई का मास्क 15 से 30 रुपये तक में बेचा जा रहा है, सेनेटाइजर 100 एमएल के 150 रुपये वसूले जा रहे है, इस लूट की जानकारी जिलाधीश शंशाक मिश्र को देने के बाद खाद्य विभाग ओर ड्रग विभाग भी संयुक्त छापेमारी कर कुछ मेडिकल स्टोर के लायसेंस दो दिन के लिए सस्पेंड भी किए लेकिन नतीजा शिफर रहा, आज इस प्रतिनिधि ने शहर की अनेक दवा दुकानों पर जाकर हकीकत जानना चाही तो अधिकांश के यहां मास्क 25 रुपये और सेनेटाइजर 100 एमएल का 150 रुपये में उपलब्ध था।
व्यापारियों से जब इस संबंध में चर्चा की गई तो उनका कहना था कि हमें थोक बाजार से ही बेहद ऊंचे दर पर मास्क और सेनेटाइजर उपलब्ध हो रहा है ऐसे में हम क्या करें, हम तो मामूली प्राफीट लेकर ही माल बेच रहे है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन या पत्रकार ज्यादा परेशान करेंगे तो हम माल बेचना बंद कर देगें।
बड़ा सवाल सरकार के निर्देश का पालन कैसे हो
रिटेल व्यापारी को जिस दर पर माल की आपूर्ति होगी उस पर अपना प्राफीट जोड़कर ही वह सामग्री का विक्रय करेंगा, रिटेल व्यापारियों का कहना है कि सेनेटाइजर 100 एमएल हमें 110 रुपये में होलसेलर दे रहा है, उस पर एमआरपी 160 से 170 रुपये है। हम एमआरपी से भी कम दम पर 150 रुपये में बेच रहे है जब उन्हें केन्द्र सरकार द्वारा 200 एमएस रुपये में सेनेटाइजर 100 रुपये में बेचने के निर्देश और रामविलास पासवान का ट्वीट बताया तो उनका कहना था कि हम क्या करें, होलसेलर यदि हमें इस दर पर उपलब्ध करायेगा तो हम कम दर बेचेंगे, उन्होंने यह भी कहा कि मुनाफा खौरी यदि कोई कर रहा है तो वह निर्माता कर रहा होगा सरकार उसे निर्देश देें।
हॉ.... सेनेटाइजर के दाम को लेकर समस्या तो है- गुप्ता
इस संबंध में मालव क्रांति ने खाद्य अधिकारी शैलेश गुप्ता से चर्चा की तो उनका कहना था कि सेनेटाइजर की दरों को लेकर समस्या तो है, क्योंकि रिटेलर एमआरपी से कम दाम पर बेच रहे है, जब उन्हें भारत सरकार के निर्देशों की याद दिलाई तो उनका कहना था कि 200 एमएल की कीमत 100 रुपये तय तो कर दी है पर इस दाम पर आम जनता को उपलब्ध हो, यह समस्या है। उन्होंने यह भी माना की इतने कम दरों पर सेनेटाइजर उपलब्ध हो जाए ऐसी संभावनाएं कम ही है। मास्क को लेकर उन्होंने कहा कि स्वसहायता समूहों के माध्यम से कम दरों पर मास्क उपलब्ध कराए जा रहे है, आज शाम तक 5000 मास्क उपलब्ध हो जाएंगे। जो नो प्राफीट नो लॉस के आधार पर सेल करेंगे।
होलसेलरों के यहां हो जाँच
शहर में मास्क एवं सेनेेटाइजर की आपूर्ति डाक्टर मेडिकल, पाटीदार सर्जिकल, झालनी मेडिकल, गुप्ता सर्जिकल व कुछ अन्य होलसेलरो द्वारा की जाती है, इनके यहां जाँच कर खरीदी-विक्री का रिकार्ड की जाँच करनी चाहिए। मैं दिखवाता हूं
मास्क एवं सेनेटाइजर के नाम पर भारी लूट की जानकारी प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश शासन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला को मालव क्रांति द्वारा दी गई और यह पूछा गया कि क्या आपके आदेश क्रमांक एफ 4-3/2020/29-1 दिनांक 19 मार्च 2020 में सेनेटाइजर और मास्क की कीमतों का उल्लेख न होने से ब्लेक में बेचे जा रहे है, इसे आप कब रोकेगें तो उनका जवाब था कि मैं दिखवाता हूं।
सैनिटाइजर की लूट कौन रोकेगा, प्रशासन के पत्र में दरो का उल्लेख नहीं
उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने शुक्रवार को हैंड सैनिटाइजर और मास्क की बढ़ती कीमतों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है.अपने ट्विटर अकाउंट पर पासवान ने लिखा कि कोरोना वायरस के फैलने के बाद से बाजार में विभिन्न फेस मास्क, इसके निर्माण में लगने वाली विभिन्न सामग्री और हैंड सैनिटाइजर की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी देखी गई है, सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए इनकी कीमतें तय कर दी हैं. अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत 2 और 3 प्लाई मास्क में इस्तेमाल होने वाले फैब्रिक की कीमत वही रहेगी जो 12 फरवरी 2020 को थी. 2 प्लाई मास्क की खुदरा कीमत 8 रुपये प्रति मास्क और 3 प्लाई की कीमत 10 रुपये प्रति मास्क से अधिक नहीं होगी.
उन्होंने साफ किया हैंड सैनिटाइजर की 200 एमएल बोतल की खुदरा कीमत 100 रुपये से अधिक नहीं होगी. अन्य आकार की बोतलों की कीमत भी इसी अनुपात में रहेंगी. ये कीमतें 30 जून 2020 तक पूरे देश में लागू रहेंगी. बता दें कि सरकार आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत आमतौर पर 22 आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों की निगरानी करती है. हाल में इसमें चेहरे पर लगाए जाने वाले मास्क और हैंड सैनेटाइजर को भी जोड़ दिया गया।