34वें राष्ट्रीय नाट्य समारोह की समापन संध्या पर हुई नाटक की प्रस्तुति
उज्जैन। भारतीय समाज का कोढ़ कहलाने वाली जाति व वर्ण व्यवस्था के अमानवीय चेहरे को नंगा करते नाटक ‘कोर्ट मार्शल’ का मंचन गुरूवार को 34वें राष्ट्रीय नाट्य समारोह की समापन संध्या पर कालिदास अकादमी के संकुल हॉल में हुआ।
अभिनव रंगमंडल प्रमुख शरद शर्मा और प्रबंधक वीरेंद्रसिंह ठाकुर के अनुसार सांस्कृतिक संस्था अभिनव रंगमंडल द्वारा संस्कृति विभाग भारत सरकार, संस्कृति संचालनालय मध्यप्रदेश शासन एवं जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित नाट्य महोत्सव की समापन संध्या पर मशहूर लेखक स्वदेश दीपक द्वारा रचित व वरिष्ठ रंगकर्मी शरद शर्मा द्वारा निर्देशित नाटक “कोर्ट मार्शल“ प्रस्तुत किया गया। जिसका शुभारंभ अभिनेता अखिलेन्द्र मिश्रा, डॉ अनिरुद्ध सिंह अलीगढ़, जिला एवं सत्र न्यायाधीश एसके पी कुलकर्णी, स्पेशल जज वीके पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार राजेश माली द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। अभिनव रंगमंडल उज्जैन/इंदौर की प्रस्तुति ‘कोर्ट मार्शल’ की यह 107वीं प्रस्तुति थी। 90 मिनट की अवधि के इस नाटक की प्रस्तुति अभिनव रंगमंडल उज्जैन द्वारा देश के आधे से ज्यादा राज्यों में दी जा चुकी है। मिलिट्री ट्रायल को लेकर बुने गए नाटक ‘कोर्ट मार्शल’ में सवार रामचंदर केंद्रीय पात्र है जिस पर अपने दो अफसरों पर जानलेवा हमला तथा एक की हत्या की वजह से यह मुकदमा चलाया गया। सेना के कानून विभाग द्वारा कैप्टन बिकाश रॉय को डिफेंस काउंसिल तथा मेजर पुरी को सरकारी वकील बनाकर भेजा गया। न्याय की इस लड़ाई में अंततः कैप्टन बिकाश रॉय यह सत्य साबित करने में सफल हुआ कि रामचंदर ने किसी खूनी इरादे के तहत अपने अफसरों पर गोली नहीं चलाई, बल्कि अपने अफसरों द्वारा दी गई मानसिक प्रताड़ना एवं किए गए नैतिक अत्याचार के अतिरेक ने ही उसे इस स्थिति तक पहुंचाया। जिरह के दौरान परत दर परत सत्य उद्घाटित होता है और समाज में व्याप्त भेदभाव, उंच-नीच और जातिगत विषमताओं का एक कुरूप चेहरा सामने आता है।
मंच पर, मंच से परे इनकी रही भूमिका
मंच पर कर्नल सूरतसिंह का किरदार गिरिजेश व्यास ने बखूबी निभाया। सैनिक 1 के किरदार में समीरसिंह तोमर, सैनिक 2 रविन्दरसिंह, गार्ड सतीश राजपूत, मेजर अजयपुरी के रूप में वीरेन्द्रसिंह ठाकुर नजर आये। रामचंदर का अभिनय यश रॉय तथा दीपक भावसार ने निभाया, कैप्टन बिकॉश राय शरद शर्मा, सलाहकार जज कामना भट्ट, सूबेदार बलवानसिंह वीरेन्द्र नथानियल, कैप्टन बीडी कपूर मिलिंद करकरे, जज 1 अजय गोस्वामी, जज 2 गरिमा मरमट, डॉक्टर गुप्ता सचिन वर्मा, कर्नल ब्रजेन्द्र रावत भूषण जैन बने। वहीं मंच से परे मंच प्रबंधन दीपक भावसार का रहा, मंच निर्माण सतीश राजपूत, रविन्द्रसिंह ने किया। मंच सामग्री स्मीता व्यास, शरद विश्नोई, ध्वनि संकलन राकेश परमार, ध्वनि संचालन विशाल कुशवाह, प्रकाश परिकल्पना शरद शर्मा, प्रकाश संचालन दीपक भावसार, सहायक राघव कौशिक, वेशभूषा सुधा शर्मा, कामना मंडलोई तथा लेखक स्वदेश दीपक थे।
जाति व वर्ण व्यवस्था के अमानवीय चेहरे को नंगा करता ‘कोर्ट मार्शल’