उज्जैन। प्रदेश मीडिया प्रभारी हरीशसिंह गुड़पलिया ने बताया कि सच की आवाज को बुलंद करने वाले पत्रकारों पर दिनोंदिन हमले तेज होते जा रहे हैं, भारत को पत्रकारों की सुरक्षा के लिहाज से बेहद खतरनाक देशों की रैंक में रखा गया है।
देश में हर साल सैकड़ों पत्रकार रिपोर्टिंग करते वक्त अपनी जान गंवा देते हैं। न्यूज कवर करते समय पत्रकारों को डराना धमकाना आम बात हो गई है, लेकिन अब पत्रकारों को इस तरह की धमकियाँ देने वालों की खैर नहीं। अगर अब किसी ने पत्रकारों से अभद्रता की तो उसे जेल जाना पड़ सकता है।
५० हजार तक का जुर्माना
इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घोषणा की कि जो पत्रकारों से अभद्रतापूर्वक व्यवहार करेगा या धमकाने की कोशिश करेगा, उस पर 50 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। साथ ही उसे तीन साल तक की जेल भी हो सकती है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि धमकी के आरोप में गिरफ्तार लोगों को आसानी से जमानत नहीं मिलेगी।
इसलिए पत्रकारों से किसी भी प्रकार की अभद्रता न करें और पत्रकारों को सम्मान दें। पिछले दिनों महाराष्ट्र में मीडियाकर्मियों पर किसी भी तरह की हिंसा या मीडियाकर्मियों एवं मीडिया संस्थानों की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया था। पत्रकारों पर हमलों के अधिकांश मामले सामने आते ही रहते हैं। पिछले साल मध्यप्रदेश में एक हिन्दी दैनिक के लिए कार्य करने वाले एक पत्रकार की अज्ञात बदमाशों ने बिलहौर में नगर पालिका बाजार के निकट हत्या कर दी थी।
वहीं इस वर्ष अप्रैल में एक टीवी पत्रकार को दो मोटरसाइकलों पर सवार होकर आए अज्ञात बदमाशों ने उनके गाजियाबाद के कविनगर स्थित आवास के बाहर गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि अगर किसी पत्रकार को किसी भी तरह की परेशानी होती है तो उनसे तुरंत संपर्क करें। धमकाने वाले व्यक्ति को २४ घंटे के अंदर जेल भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सख्त लहजे में कहा- पत्रकारों से मान सम्मान से बात करिए, वर्ना आपको महंगा पड़ सकता है।
पत्रकारों को लेकर मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ का बड़ा बयान पत्रकारों से अभद्रता करने वाले को होगी 3 साल की जेल