जीव हत्या सबसे बड़ा पाप
उज्जैन
देश और दुनियां में कोहराम मचा रहे कोरोना वाइरस से बचने के लिए मानव की रक्षा और कल्याण का संदेश देते हुए विख्यात संत उमाकान्त महाराज ने अपने भक्तों से आह्वान करते हुए कहा कि प्रेमियों इस समय पर आपको सबको समझाने की ज़रूरत है कि आत्महत्या , जीव हत्या, मांसाहार सबसे बड़ा और घृणित पाप है, ऐसा कर्म कोई ना करें ।लेकिन जान अंजान में लोग ये बुरा कर्म कर रहे है तो प्रेमियों से पहले कहा जाता था कि आप दूसरों को समझाओ तो आप इंतजार करते थे कि ठंडी है, गर्मी है, खेत की कटाई करले, बच्चों की शादी कर ले । तो समय दिया नही अब देखो लॉक डाउन हो गया । तो घर से निकल नहीं सकते और निकलने में ख़तरा भी है । क्योंकि ये एक ऐसा वायरस, ऐसी छुआछूत की बीमारी है जो किसी को भी लग सकती है तो घर में में ही रहना ठीक है । तो अब अपने को भी बचाना है और दूसरों को भी । क्योकि वक्त की कीमत होती है ।इसलिए इस जयगुरुदेव नाम का प्रचार करों प्रेमियों इसी नाम से लोगों की रक्षा होगी जो भी जयगुरुदेव नाम का जाप और नामधुनि करेगा उसकी रक्षा हो जाएगी ।
दुनियां को आना ही होगा भारत की शरण में ।
महाराज जी ने प्रेमियों से अपील करी कि आप लोगों को बचाओ ।महाराज जी ने ये भी बताया कि "बेचेंगे जो शरणी हो जाये"
एक समय ऐसा आ रहा है कि दुनियां के देश भारत के लिए समर्पित हो जाएंगे ।जो भी बचेंगे अन्य देशों में वो भारत के शरणी हो जाएंगे, सरेंडर हो जाएंगे ।
आस-पास के देश तो सरेंडर करेंगे ही, वो देश जो प्रभत्त्व में है हर तरह से खुद को सम्पन्न और सक्षम मानते है उन्हें भी एक दिन भारत के लोगों की ज़रूरत
पड़ेगी । क्योकि भारत एक धर्म परायण और आध्यात्मिक देश
है। लेकिन ये ज़रूर है कि अभी परिस्थितियां ऐसी है कि लोगों को बचाना है तो आप प्रेमियों कमर कस लो, अपने अस्त्र से लोगों को बचाओ और समझाओ जो थोड़े भी धार्मिक , मज़हबी लोग है उन्हें बताने, समझाने की ज़रूरत है जिससे जयगुरुदेव नाम को याद करते रहे जिससे उनकी भी रक्षा हो जाये ।
PM, CM, DM की सुनो
महाराज जी ने जनता से आग्रह करते हुए कहा कि देश को तीन लोग चलाते है pm प्रधानमंत्री, cm मुख्यमंत्री और dm याने कलेक्टर । ये एक ऐसी कुर्सी है इस पर जो भी बैठेगा वो जनहित का कार्य ही करना चाहेगा । आप समझो जैसे परिवार में पिता का स्थान होता है वैसे ही इनका होता है । तो हमारी आप सभी से ये अपील है कि ये जो भी कहे आप इनके आदेशों को मानो ।
कायदे-कानून का पालन करों।
नियम-संयम से रहो । अपनी भी बचत करों और दूसरों को भी बचाने में मदद करो । क्योकि जब आफत आती है तो सबकी एक भावना हो जाती है कि अपनी और अपने देश, प्रदेश और जिले की जनता की जान बच जाए, तो आप इनका पूरा सहयोग करों ।