नई दिल्ली. देश में कोरोनावायरस के मामलों में अचानक तेजी आई है। ऐसे में मास्क की मांग बहुत बढ़ गई है। केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के 11वें दिन शनिवार को एक एडवाइजरी जारी कर लोगों से कपड़े से घर में बनाए हुए मास्क पहनने को कहा। एजवाइजरी के मुताबिक, घर में बने मास्क पहनने से बड़े पैमाने पर लोगों को संक्रमण से बचाया जा सकेगा। घर से निकलते वक्त लोग कपड़े से घर में बने मास्क जरूर पहनें। कुछ देशों में इस तरह के मास्क इस्ते भीमाल से फायदा भी मिला है। देश में अभी तक कोरोनावायरस के संक्रमण के तीन हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। आम लोग मास्क को रोज धोकर ही पहनें
एडवाइजरी में बताया गया कि घर पर बनाया गया मास्क संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर निकलने वाली बूंदों (ड्रॉपलेट्स) को आप तक पहुंचने से रोकता है। इसे रोज धोकर ही इस्तेमाल में लाना चाहिए। साथ ही मास्क लगाए होने के बावजूद सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ध्यान रखना चाहिए।सूती कपड़े से मास्क बना सकते हैं। गरम पानी में धोना जरूरी
मैनुअल के अनुसार किसी भी सूती कपड़े का इस्तेमाल मास्क बनाने के लिए किया जा सकता है। इसके लिए जरूरी नहीं कपड़ा नया ही हो। यह किसी भी रंग का हो सकता है, लेकिन एक बात का ध्यान रखना होगा कि कपड़े को उबलते पानी में अच्छी तरह से 5 मिनट के लिए धोया जाए और पहनने से पहले अच्छी तरह से सुखाया जाए। मास्क बनाने में यह भी ध्यान देना चाहिए कि यह चेहरे पर अच्छी तरह से फिट बैठता हो और इसमें किनारों पर कोई गैप न हो। दूसरे का मास्क कभी इस्तेमाल न करें
फेस मास्क पहनने से पहले अच्छी तरह से हाथ धोएं। अगर फेस कवर गीला या नम हो जाता है तो तुरंत उसे बदल लें और कभी भी बिना धुले इसका इस्तेमाल न करें। अपना मास्क किसी को पहनने के लिए न दें। घर में सभी लोगों के लिए अलग मास्क होने चाहिए।
केंद्र ने कहा,,,कपड़े से घर में बनाए हुए मास्क पहने