उज्जैन। जिला प्रशासन ने आज शहर में और जिले में मौजूद कंटेनमेंट एरिया की सूची जारी की है साथ ही यह भी बताया कि इस कंटेनमेंट एरिया में कितने घर और कितने लोग इन घरों में रहने वाले कंटेनमेंट है। जानकारी के मुताबिक उज्जैन शहर में अभी भी 75 क्षेत्र कंटेनमेंट एरिया में शामिल है जबकि बड़नगर नागदा महिदपुर तराना और खाचरोद मिलाकर जिले में 92 कंटेनमेंट एरिया है, उज्जैन शहर की बात करें तो अभी तक यहां 44 मृत्यु हो चुकी है जबकि जिले में यह आंकड़ा 51 का है उज्जैन शहर में अभी भी 214 एक्टिव केस है। लेकिन जिला प्रशासन कोरोना को लेकर कितना एक्टिव है इसका उदाहरण प्रशासन द्वारा जारी सूची से ही मिल जाता है। सूची के मुताबिक अभी भी शहर में 30 ऐसे कंटेनमेंट एरिया हैं जिनमें कितने मकान और कितने लोग रहते हैं इसकी जानकारी शायद जिला प्रशासन को नहीं है, क्योंकि यदि यह जानकारी होती तो जारी की गई सूची में शामिल किया जाता, 75 में से 30 ऐसे भी क्षेत्र कंटेनमेंट एरिया उनमें घर और कितने लोग कंटेनमेंट है इसकी जानकारी नहीं दी गई, जमातखाना सैफी मोहल्ला, कुम्हार गली, मालीपुरा, जगदीश गली पांदरीबा, अवंतीपुरा, हरिजन बस्ती ,अलकनंदा नगर, मुंशी राजा का बाडा , अंबाप्रसाद तिवारी मार्ग, खत्री वाडा, मंगलनगर , जयसिंहपुरा, कलाल सेरी, रानी लक्ष्मीबाई मार्ग ,बनारसी धर्मशाला ,खंडेलवाल नगर, मालीपुरा मेन रोड श्री कृष्ण कॉलोनी , मालीपुरागली नंबर 7 धनकुत्ता मोहल्ला, घीगली, गरीब नवाज कॉलोनी, सिंहपुरी ,अमबर कॉलोनी, चंद्रशेखर आजाद मार्ग, कातिया बाखल, प्रकाश नगर और आर्य समाज मार्ग उज्जैन के ऐसे कंटेनमेंट क्षेत्र है, इन क्षेत्र में कितने घर और उन में कितने रहवासी कंटेनमेंट है इसकी जानकारी ना होने का सीधा अर्थ यह हो सकता है कि इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम अभी सर्वे करने पहुंची ही नहीं है। यदि यह सच है तो फिर यह सवाल उठता है कि ऐसा कैसा रेड झोंन? क्योंकि यदि यहां सर्वे नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में क्षेत्रों से भी कोरोना पॉजिटिव बड़ी संख्या में सामने आने की आशंका है। इस संबंध में जिलाधीश से जानकारी के लिए उनसे मोबाइल पर संपर्क करना चाहा लेकिन उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया।
EXCLUSIVE,,,,,तो क्या कोरोना से जंग अधूरी है,,,30 कंटेनमेंट क्षेत्र ऐसे भी है जिनमें कितने घर और कितने लोग रहते हैं इसकी जानकारी शायद जिला प्रशासन को नहीं है?