*18 कोरोना पॉजीटिव मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे, जिले में अब तक 166 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए*
उज्जैन 17 मई। उज्जैन जिले में आज आरडी गार्डी में भर्ती 18 कोरोना पॉजीटिव मरीज स्वस्थ होकर घर गये है। उज्जैन जिले में 17 मई की शाम 6 बजे तक कुल 166 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट गये हैं।
*प्रवासी श्रमिकों की यात्रा के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होने पर, एक लाख रुपये की सहायता स्वीकृत की जायेगी*
उज्जैन 17 मई। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा घोषणा की गई है कि मध्य प्रदेश राज्य में यदि प्रवासी मजदूरों की अपने राज्य के लिये प्रस्थान करने के दौरान आकस्मिक दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो मृतक प्रवासी श्रमिक के परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता तथा गंभीर रूप से घायल प्रवासी को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री सहायता कोष से स्वीकृत की जायेगी। इस आशय के आदेश अपर मुख्य सचिव मप्र शासन द्वारा जारी कर दिये गये हैं।*"प्रेरक कहानी" 4 वर्ष का मासूम युवान दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी को हराकर बना कोरोना वॉरियर, आरडी गार्डी में इलाज के दौरान हमारा पूरा-पूरा ध्यान रखा गया, कोरोना से पूरी तरह ठीक होकर घर गये अलताफ ने दिया कलेक्टर को धन्यवाद, आरडी गार्डी से 18 लोग पूर्णत: स्वस्थ होकर अपने घरों को गये*
उज्जैन 17 मई। रविवार को आगर रोड स्थित आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज अस्पताल से 18 लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से पूर्णत: स्वस्थ होकर अपने-अपने घरों को गये। इस दौरान चार वर्षीय बालक युवान पिता हरगोविन्द की प्रशंसा करते हुए अपर कलेक्टर श्री सुजानसिंह रावत ने अन्य लोगों से कहा कि इस मासूम से बच्चे ने दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी को हरा दिया है। ये बच्चा कोरोना वॉरियर है। इसके लिये केवल यही जरूरी है कि सही समय पर चिकित्सकों के पास पहुंचकर समझदारी का परिचय दें। बाकी लोगों को भी ऐसा ही करना चाहिये। कोरोना के लक्षण होने पर छिपायें नहीं, बल्कि तुरन्त डॉक्टर के पास जायें। श्री रावत ने अन्य सभी लोगों से कहा कि कोरोना बीमारी से घबराने की बजाय सतर्कता बरतने की जरूरत है।
इसी प्रकार 38 वर्षीय अलताफ पिता मो.यासीन ने आरडी गार्डी में इलाज के दौरान बिताये गये दिनों का अनुभव साझा करते हुए कहा कि यहां इलाज के दौरान उनका पूरा-पूरा ध्यान रखा गया। खाने-पीने से लेकर दवाईयां एवं बाकी देखभाल में कोई कमी स्टाफ द्वारा नहीं छोड़ी गई। अलताफ ने अस्पताल में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के लिये जिला प्रशासन और कलेक्टर को विशेष धन्यवाद दिया है।
अपर कलेक्टर श्री सुजानसिंह रावत एवं अन्य चिकित्सकों द्वारा अलताफ के साथ ठीक होकर जा रहे अन्य लोगों से भी उनका हालचाल पूछा तथा शुभकामनाएं देकर लोगों को अपने घरों के लिये विदा किया। अधिकारियों और डॉक्टरों द्वारा ठीक होकर जा रहे लोगों को सर्टिफिकेट दिये तथा एहतियातन 14 दिन के लिये सेल्फ क्वारेंटाईन में रहने की हिदायत दी, साथ ही यह भी कहा कि वे कोरोना से जंग जीतकर जा रहे हैं, इसीलिये वे कोरोना वॉरियर्स हैं, अत: अपने आसपास के लोगों और रिश्तेदारों को भी कोरोना संक्रमण के बारे में जागरूक करें तथा कोरोना के थोड़े भी लक्षण महससू हों तो बिना देर किये डॉक्टर की सलाह लें।
पूर्णत: स्वस्थ होकर रविवार को आरडी गार्डी से अपने घरों के लिये रवाना हुए लोगों में युवान और अलताफ के अलावा बड़नगर के 25 वर्षीय सुनील पिता रतनलाल, 35 वर्षीय सुशील मकवाना पिता राजेन्द्र मकवाना, 27 वर्षीय उमेश पिता सुनील, 44 वर्षीय अनीता सेन पति सुनील, 65 वर्षीय कोमलबाई पति सुभाष मकवाना, 36 वर्षीय बबीता पति सतीश मकवाना, 26 वर्षीय दिव्या पति धनसिंग और उज्जैन निवासी 24 वर्षीय अभिलक्ष चौधरी पिता रामनिवास चौधरी, 10 वर्षीय अनास पिता मुजफ्फर, 14 वर्षीय फरहान पिता महमूद, 30 वर्षीय निलोबी पति मकसूद, 16 वर्षीय अमन खान पिता मकसूद, 12 वर्षीय अरशान खान पिता मकसूद, 35 वर्षीय सलमाबी पति फारूख सिद्धिकी, 28 वर्षीय हरगोविन्द पिता रामचन्द्र मालवीय और 25 वर्षीय गौरी पति हरगोविन्द शामिल थे।
इस दौरान वार्ड इंचार्ज श्री दिलीप शर्मा, डॉ.शैलेन्द्र शर्मा, डॉ.सुधीर गवारीकर, डॉ.विवेक पाराशर, डॉ.सुधाकर वैद्य व अन्य स्वास्थ्यकर्मी तथा सफाईकर्मी मौजूद थे। लोगों को वाहन से अपने-अपने घरों के लिये रवाना किया गया। स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा ठीक होकर जा रहे लोगों को अच्छे स्वास्थ्य और जीवन की शुभकामनाएं दी गई। साथ ही अपने घर जा रहे लोगों ने तालियां बजाकर अस्पताल के स्टाफ के प्रति आभार व्यक्त किया।
सब्जी की होम डिलेवरी प्रारम्भ
उज्जैन 17 मई। जिला प्रशासन के निर्देश अनुसार नगर निगम उज्जैन द्वारा सब्जी की होम डिलेवरी प्रारम्भ कर दी गई है। आज वार्ड-7 में *ताजी पैक्ड सब्जियां विक्रय की गई। यह जानकारी नोडल अधिकारी श्री मुकेश अजमेरी द्वारा दी गई।*
उल्लेखनीय है कि उज्जैन नगर निगम द्वारा जिला प्रशासन के निर्देश अनुसार कुल 47 वाहनों को विभिन्न वार्डों में जाकर सब्जी विक्रय की अनुमति प्रदान की गई है। सब्जी वाहन के लिये प्रत्येक वार्ड का निर्धारण किया गया है, जो कि निरन्तर वार्ड में डोर टू डोर भ्रमण करेगा। वाहन चालकों के नम्बर भी जारी किये गये हैं, जिससे मोबाइल पर भी सब्जी की बुकिंग कराई जा सकेगी।
*उज्जैन जिले के 4 क्षेत्र कंटेंटमेंट से मुक्त हुए, कर्फ्यू लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना होगा*
उज्जैन 17 मई। उज्जैन जिले के कंटेनमेंट घोषित किये गए चार क्षेत्र आज कलेक्टर श्री आशीष सिंह द्वारा कंटेन्मेंट मुक्त घोषित कर दिए गए है । कंटेनमेंट मुक्त घोषित किये गए क्षेत्रो में उज्जैन शहर के निजातपुरा, मुनि नगर, बेगमबाग माइनर क्षेत्र तथा अमरपुरा शामिल है। इन क्षेत्रो में पिछले 21 दिनों से लगातार एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं आया है। इस कारण उक्त क्षेत्रो को कंटेंटमेंट से मुक्त किया गया है ।
लॉकडाउन का सख्ती से पालन होगा
कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कहा है कि कंटेनमेंट से मुक्त हुए क्षेत्रों में रह रहे नागरिकों को कर्फ्यू एवं लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना होगा। यही एक मात्र मार्ग है जिसका पालन कर कोरोना से बचाव किया जा सकता है। *कोरोना महामारी से निपटने हेतु चौबीस घंटे में किसी भी स्थान पर पहुंचने हेतु तैयार है उज्जैन शहर की आरआरटी*
उज्जैन 17 मई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खण्डेलवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना महामारी कोविड-19 के दौरान के शहर की रेपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) लगातार चौबीस घंटे सेवा प्रदान कर रही है। कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी के दौरान उज्जैन में कुल 25 रेपिड रिस्पांस टीम बनाई गई है। 19 टीम दिन में व छह टीम रात्रि में सेवाएं प्रदान कर रही है। प्रत्येक रेपिड रिस्पांस टीम में चार सदस्यों को शामिल किया गया है जिसमें एक चिकित्सक, दो पैरामेडिकल स्टाफ व एक पुलिसकर्मी हैं।
चौबीस घंटे कभी भी कॉल आने पर रेपिड रिस्पांस टीम द्वारा पीपीई किट पहनकर पूर्ण सुरक्षा के साथ जिन क्षेत्रों मे पॉजीटिव मरीज पाये जाते है अर्थात जिन क्षेत्रों को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया जाता है, उन क्षेत्रों मे पॉजीटिव मरीज के परिजनों एवं संबंधित कंटेनमेंट क्षेत्र के सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जाती है एवं पॉजीटिव मरीज के संपर्क में आये सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर कोरोना की जांच हेतु सेम्पल कलेक्ट करवाया जाता है।
रेपिड रिस्पांस टीम के नोडल अधिकारी डॉ.सुनीता परमार एवं सहायक नोडल अधिकारी डॉ.रोनक एल्ची द्वारा समस्त रेपिड रिस्पांस टीम की नियमित मॉनीटरिंग एवं सुपरविजन किया जा रहा है। समय-समय पर रेपिड रिस्पांस टीम को दिशा-निर्देशों से अवगत कराया जाता है एवं प्रोत्साहित किया जा रहा है।*। सेम्पल लेने में कोई कोताही न बरती जाये, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने 4 तहसील मुख्यालयों का जायजा लिया*
उज्जैन 17 मई। कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार सिंह ने कोरोना महामारी के मद्देनजर चार तहसील मुख्यालयों का जायजा लेकर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर ने इस अवसर पर अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों की सेम्पलिंग के कार्य में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाये। उन्होंने कहा कि जिले में सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित व्यक्तियों का सर्वे का कार्य भी करवाया जा रहा है, जिससे कोरोना संदिग्ध की पहचान हो सके। एक रणनीति के अनुसार पीड़ितों की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना के लक्षण होने पर व्यक्ति तुरन्त चिकित्सकीय सलाह लेकर उपचार कराये।
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने सर्वप्रथम बड़नगर तहसील मुख्यालय का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी बड़नगर श्रीमती एकता जायसवाल ने कलेक्टर को अवगत कराया कि बड़नगर में फिलहाल कुल 34 पीड़ित व्यक्ति हैं, जिनमें दो व्यक्तियों का उपचार इन्दौर में और शेष का उज्जैन में इलाज किया जा रहा है। एसडीएम ने अवगत कराया कि पांच कंटेनमेंट एरिया को सोमवार 18 मई को मुक्त कर दिया जायेगा। कलेक्टर ने घर-घर सर्वे करने जा रही टीम के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने कहा कि पॉजीटिव आने पर व्यक्ति डरे नहीं। लक्षण पाये जाने पर सेम्पलिंग अनिवार्य रूप से कराई जाये, ताकि समय पर उपचार हो सके। कलेक्टर ने एसडीएम से उपार्जन की भी जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने एसडीएम को निर्देश दिये कि उपार्जन के बारे में सतत मॉनीटरिंग की जाये, ताकि समय पर किसानों का गेहूं खरीदा जा सके। कलेक्टर ने बड़नगर में सार्वजनिक उद्घोषणा के लिये तैयार सिस्टम का भी अवलोकन किया। माइक सिस्टम से कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने आम जनता को सम्बोधित किया और कहा कि वे लॉकडाउन एवं कर्फ्यू तथा सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करें। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सम्बन्धित अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये।
खाचरौद, नागदा की स्थिति का जायजा लिया
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने इसके बाद खाचरौद तहसील मुख्यालय का निरीक्षण किया एवं सम्बन्धित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने इस दौरान निर्देश दिये कि 31 मई तक धार्मिक स्थल नहीं खोले जायें। पुलिस अधीक्षक ने सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि लॉकडाउन का अनिवार्य रूप से पालन करवाया जाना सुनिश्चित करें। इसके बाद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने नागदा शहर का भ्रमण किया एवं सर्किट हाऊस पर जनप्रतिनिधियों एवं आमजन से चर्चा की। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक श्री दिलीप गुर्जर से भी चर्चा की। कलेक्टर ने लॉकडाउन एवं कर्फ्यू के दौरान अत्यावश्यक सामग्री, राशन आदि की सप्लाई पर चर्चा की। लॉकडाउन एवं कर्फ्यू में जनप्रतिनिधियों एवं आमजन के सहयोग के लिये कलेक्टर ने उनका धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि इसी प्रकार का सहयोग उन्हें मिलता रहे। कलेक्टर ने सर्किट हाऊस पर पूर्व विधायक श्री दिलीप शेखावत एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा की।
महिदपुर में पैदल भ्रमण किया
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने महिदपुर तहसील मुख्यालय पहुंचकर शहर में पैदल चलकर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। यहां पर भी अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों एवं आमजन से चर्चा कर उनके द्वारा दिये गये सुझाव को अमल में लाने हेतु आश्वस्त किया। कलेक्टर ने महिदपुर में सर्किट हाऊस पर विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान तथा अन्य जनप्रतिनिधियों से चर्चा की। कलेक्टर ने कहा कि मानवीय संवेदनाओं को देखते हुए आमजनों की मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध करवाये जाने का हरसंभव प्रयास किया जायेगा।
*अब पछताए क्या होत, जब चिड़िया चुग गई खेत, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया, एक ही परिवार के 12 लोग कोरोना पॉजिटिव*
उज्जैन 17 मई। कोरोना वायरस बीमारी से बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा बार-बार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। साथ ही कर्फ्यू एवम लॉक डाउन में घरों में रहने के लिए कहा जा रहा है। किंतु कतिपय लोग इस चीज को मजाक समझ रहे हैं और मनमर्जी कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण उज्जैन शहर के बेगमपुरा रहवासी क्षेत्र में आया है। जहां एक ही परिवार के 12 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले है। इन सभी को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है जहां इनका उपचार किया जा रहा है।
इस परिवार के लोगों के सदस्यों से आर आर टीम द्वारा बात करने पर यह तथ्य सामने आया है कि इन लोगों द्वारा कर्फ्यू एवं लॉकडाउन का गंभीरता से पालन नहीं किया गया । गैरजरूरी चीजों के लिए चुपचाप अंधेरे का फायदा उठा कर कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए परिवार के सदस्य यहां वहां जाते रहे। यही नहीं यह सभी लोग इकट्ठे होकर टाइमपास करते, घरों में पार्टियां करते एवं जब भी मौका मिलता गलियों में क्रिकेट खेलने का शौक भी फरमा लेते। पुलिस को देखकर छिप जाने की प्रवृत्ति जरूर इन्होंने अपनाई ।लेकिन यह सब करके ये लोग कोरोना से छिप नही सके। कोरोना ने एक नहीं, दो नहीं पूरे 12 लोगो को लपेट लिया।
आरडी गार्डी में भर्ती होते समय ये सभी लोग पछता रहे हैं,लेकिन अब पछताने से क्या, जब कोरोना रूपी चिड़िया चुग गई खेत। पूरा परिवार, जिसमें सात वर्ष के बच्चे से लेकर 72 वर्ष के बुजुर्ग शामिल हैं, सब अस्पताल में भर्ती है। एक गलती ने पूरे परिवार का जीवन खतरे में डाल दिया है।
सोशल डिस्टेंनसिंग , लॉकडाउन का पालन ही एकमात्र उपाय
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री आशीष सिंह ने उज्जैन शहर एवं जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे कोरोना वायरस से डरे नहीं उससे लड़ने के लिए स्वयं को तैयार करे। उन्होंने कहा कि केवल दो-तीन ही बातें है जिनका पालन कर हम कोरोना से बच सकते है। इनमें सोशल डिस्टेंसिग का पालन , हाथों को बार-बार साबुन से 20 सेकंड तक मलमल कर धोना, कर्फ्यू एवं लॉकडाउन का पालन करते हुए घरों में रहना शामिल है। उन्होंने कहा कि घरों में भी यदि कोई व्यक्ति सर्दी जुखाम बुखार से पीड़ित है तो उसकी सूचना कंट्रोल रूम पर अनिवार्य रूप देना चाहिए। कलेक्टर ने अपील की है कि घर घर सर्वे के लिए आ रही टीम को सही सही जानकारी दे और कोरोना जारी लड़ाई में सहयोग करे।