BREAKING,,,,,विक्रमादित्य क्लॉथ मार्केट के व्यापारी को इंदौर अरविंदो में भर्ती किया, रिपोर्ट नेगेटिव आई लेकिन जान को खतरा,,,, उज्जैन से देवास अमलतास अस्पताल में शिफ्ट किए मरीज ने कहा यहां मैं मर जाऊंगा, इलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति

उज्जैन। आज के हेल्थ बुलेटिन में थोड़ी राहत है। 285 जांच रिपोर्ट में से सिर्फ दो पॉजिटिव आए हैं ,इनमें एक साल की मासूम बालिका भी चपेट में आ गई जबकि एक अन्य महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, दोनों पॉजिटिव रिपोर्ट कुशलपुरा की है इसी क्षेत्र से कुछ अन्य पहले से ही पॉजिटिव आने के कारण अस्पताल में भर्ती है। अब सिर्फ 23 ऐसे मरीज भर्ती है जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं शेष भर्ती 46 मरीज में कोरोना के कोई लक्षण नहीं है। इधर विक्रमादित्य क्लॉथ मार्केट के साड़ी व्यापारी की तबीयत कल रात अचानक बिगड़ जाने से उसे देवास के अमलतास अस्पताल में शिफ्ट किया था, अमलतास अस्पताल से भी उसे इंदौर के अरविंदो अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है हालांकि इस व्यापारी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है लेकिन सांस लेने में तकलीफ के कारण व्यापारियों को पहले उज्जैन फिर देवास और देवास से इंदौर भर्ती किया गया है व्यापारी की पत्नी को संदिग्ध मानकर उज्जैन के माधव नगर अस्पताल में भर्ती किया गया है जिसकी कोरोना जांच की रिपोर्ट अभी नहीं आई है, उज्जैन के एक अन्य कोरोना मरीज को माधव नगर अस्पताल से देवास के अमलतास अस्पताल में भर्ती किया गया है, माधव नगर थाने के सामने रहने वाले इस मरीज के पिताजी की 20 दिन पहले मौत हो गई थी, देवास के अमलतास अस्पताल मैं भर्ती इस मरीज का कहना है कि यहां पर व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है ,यहां तक की पीने के लिए गर्म पानी और आयुर्वेदिक काढा नहीं दिया जा रहा है, मरीज का आरोप है कि दवाइयों के नाम पर भी कुछ नहीं दिया जा रहा है डॉक्टर भी सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं और बार-बार ब्लड का सैंपल ले रहे हैं, मरीज ने दैनिक मालव क्रांति को मोबाइल पर रोते हुए अपनी दास्तां सुनाई और कहा कि मेरा इलाज ठीक से करवाइए नहीं तो मैं मर जाऊंगा, उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से छुटकारे के बाद ऐसा लग रहा था कि देवास के अमलतास अस्पताल में बेहतर व्यवस्थाएं होगी लेकिन वहा की हालत भी बद से बदतर है।