उज्जैन। मध्य प्रदेश के परिवहन आयुक्त( अब नहीं )और उज्जैन में पदस्थ रहे IG बी मधु कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, वीडियो में एक के बाद एक पांच पुलिस अधिकारी आते हैं और साहब को सफेद और खाकी लिफाफे में नजराना पेश करते हैं, एक अफसर तो पैर छूकर भी आशीर्वाद लेते हैं वीडियो में साहब का लिफाफा लेने का अंदाज इतना निराला है कि इसे देखकर उनकी फुर्ती का अंदाजा लगाया जा सकता है, वीडियो को गौर से देखें एक के बाद एक पांच पुलिस अधिकारी आते हैं पहला अधिकारी लिफाफा देकर पोस्टिंग की बात करता है जबकि दूसरा अधिकारी लिफाफा देता है उसे साहब फुर्ती के साथ पतलून के नीचे दबा लेते हैं ,इसके बाद सुरक्षा गार्ड अटैची ला कर देता है , सूटकेस में सफेद और खाकी लिफाफे न सिर्फ गजब की फुर्ती के साथ रखे जाते है बल्कि इस पर कुछ लिखा भी जाता है ,इसके बाद खाकी लिफाफा लेकर आने वाला तीसरा पुलिस अधिकारी साहब के पैर छूता है और लिफाफा रख कर चला जाता है इसके बाद बारी बारी से दो और पुलिस अधिकारी आते हैं और सफेद लिफाफे देकर चले जाते हैं। तीन सफेद लिफाफा और दो खाकी लिफाफे अटैची रखने के बाद साहब,,, इत्मीनान से वॉशरूम की तरफ कदम बढ़ाते हैं ,तभी साहब को अचानक ख्याल आता है की अटैची का लॉक लगाना तो भूल ही गए, जाहिर है कि साहब ने लॉक लगाने के बाद चैन की सांस ली। इस पूरे लिफाफे कांड में यह वीडियो कब बनाया गया, बनाने के बाद अब तक सामने क्यों नहीं आया, ऐन चुनाव के वक्त सामने आने का क्या अर्थ लगाया जाए ,,,,यह तो जांच का विषय है लेकिन वीडियो में साहब की फुर्ती पांच अधिकारियों का बंद लिफाफा देना और उन पर गजब की फुर्ती के साथ कुछ लिखना बहुत कुछ कहता है। लिफाफे कांड के खुलासे के बाद यह कहा जाना कि गोपनीय रिपोर्ट ली जा रही थी बेहद हास्यास्पद कथन है क्योंकि लिफाफा की साइज और एक लिफाफे का चार घड़ी करना कम से कम यह तो बताता है कि उसमें कागज नहीं बल्कि कुछ और वजन था। हालांकि क्योंकि इस तरह के वीडियो फॉरेंसिक जांच के बाद ही प्रमाणिक किए जाते हैं लेकिन वीडियो में जो कुछ भी साफ नजर आ रहा है उसके बाद कुछ कहने सुनने को रह नहीं जाता है।
वायरल वीडियो का पूरा सच,,,,,,5 लिफाफे,5 अधिकारी, आईजी साहब (अब नहीं)की गजब की फुर्ती, और घड़ी की टिक टिक बहुत कुछ कहती है