मन्दिर की वेबसाइट पर भी
प्रारंभ हुई प्री बुकिंग सुविधा
आई टी प्रभारी ने अद्यतन की
ऑनलाइन बुकिंग सुविधा
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मंदिर चौकी प्रभारी व शंख द्वार के सुरक्षा कर्मी ने मंदिर अधिकारी आर के तिवारी को सूचित किया कि दर्शनार्थी गण हेतु संध्या 9.45 बजे तक ही प्रवेश समय है किन्तु दर्शनार्थी को जारी की जा रही अनुमति में संध्या 10.00
बजे तक समय लिखा होता है तथा बुकिंग ऐप पर भी आख़िरी समूह का समय 10.00 बजे लिखा हैं. इससे प्रवेश द्वार पर श्रद्धालु अप्रसन्नता व्यक्त करते हैं व निराश हो जाते है. उक्त बात प्रशासकजी के संज्ञान में लाने पर उन्होंने त्वरित सुधार हेतु निर्देशित किया. आई टी शाखा प्रभारी श्री राजकुमार ने 07 मिनिट में ही उपरोक्त दोनो जानकारियाँ ऑन लाइन अद्यतन कर पुष्टि की व बताया कि नि:शुल्क प्रीबुकिंग सुविधा भी मंदिर की वेबसाइट पर प्रारम्भ कर दी गयी है. प्रशासक श्री नरेन्द्र सूर्यवंशीजी ने त्वरित कार्यवाही की प्रशंसा की व कहा कि हम सभी सर्व प्रथम भगवान महाकाल के सेवक हैं. सही कार्य करने के लिए हमारे निर्देशों का इंतज़ार न करें, अच्छी भावना व कार्य अचेतन में भी हमे आत्म विश्वास से भर देते हैं. सभी प्रभारी गण, अधिकारी गण अपनी सीमा में न बंधे रहे अपितु समय निकाल कर मन्दिर परिसर व अन्य प्रकल्पों में भी विजिट कर व्यवस्था में सुधार के सुझाव देंवें .
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बैतूल के श्रद्धालू को लौटाया
गुम हुआ जैकेट.
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मंदिर में सुरक्षा कर्मी सपना मालवीय को एक जैकेट पूर्व दिवस को परिसर में प्राप्त होने पर उन्होंने मन्दिर कंट्रोल रूम में जमा करवाया.
बैतूल के श्रद्धालु श्री आयुष्मान को मन्दिर से जाने के बाद ध्यान आया कि वे जैकेट मंदिर में ही भूल गए हैं. प्रवेश समय पूर्ण होने से वे दुःखी हुये किन्तु मंदिर अधिकारी का मोबाईल न. प्राप्त कर उन्हें सूचना दी. अधिकारी महोदय को मंदिर में जैकेट जमा होने की जानकारी थी जिस पर उन्होंने दर्शनार्थी को निर्गम द्वार बुलाकार जैकेट सौंपा. श्रद्धालु जैकेट पाकर भाव विभोर हो गए व इसे भगवान महाकाल का चमत्कार बताया.