उज्जैन। आज से ठीक 1 वर्ष पहले 24 मार्च को उज्जैन की राबिया बी उम्र 65 वर्ष की पहली कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी, इस रिपोर्ट के आने के बाद पूरे शहर में सन्नाटा फैल गया था और गली, गली ,,,,,चौराहे, चौराहे पर यह चर्चा आम हो गई थी के उज्जैन में भी कोरोना ने प्रवेश कर लिया है ।उस वक्त डर इतना था कि जानसापुरा जहां राबिया बी का परिवार रहता था उस क्षेत्र के अलावा शहर का कोई भी व्यक्ति जानसापुरा की तरफ जाने तक को तैयार नहीं था, जानसा पूरा का संपूर्ण क्षेत्र टेंट के जरिए बंद कर दिया गया था। यह पहली रिपोर्ट इंदौर से आई थी उज्जैन में जिस वक्त पहला कॉविड 19 पॉजिटिव केस सामने आया था उस वक्त इंदौर में चार लोग पॉजिटिव आए थे।
1 साल में बड़ा बदलाव
कॉविड 19 का पहला मरीज उज्जैन में 24 मार्च को मिला था 24 मार्च 2020 और 23 मार्च 2021 के बीच 1 वर्ष का यह फैसला बड़े बदलाव लाया है उस वक्त कोरोना पॉजिटिव मरीज का पूरा क्षेत्र सील कर दिया जाता था जबकि आजकल घर के पड़ोस में भी यदि कोई कोरोना पॉजिटिव है तो इसकी खबर पड़ोसी तक को नहीं होती है 1 साल पहले डर इतना था कि कोरोना पॉजिटिव मरीज को दूर से देखना भी रिस्की नजर आता था लेकिन आज कोरोना पॉजिटिव मरीज के साथ उठने बैठने में भी किसी को एतराज नहीं है।