कार्यकर्त्ता निर्माण की अद्भुत कला के धनी थे श्री कोटवाणी -




            भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री शिवा कोटवाणी के यूँ असामयिक जाने से राजनैतिक क्षेत्र में एक ऐसी रिक्तता का निर्माण हुआ है जिसे पाट पाना निकट भविष्य में संभव नहीं है , उनके जाने के साथ ही कार्यकर्त्ता निर्माण का एक बड़ा स्त्रोत समाप्त हुआ है ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे एवं परिवारजनों को इस वज्रपात को सहन करने की शक्ति प्रदान करे ये बात भाजपा जिलाध्यक्ष श्री विवेक जोशी ने श्री कोटवाणी के निधन पर शाब्दिक श्रद्धांजलि स्वरूप कही  !


            मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना के अनुसार शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता एवं पूर्व विधायक श्री शिवा कोटवाणी ने कोविड के चलते अपनी अंतिम सांस ली ! श्री कोटवाणी पिछले कुछ दिनों से कोविड पॉजिटिव होने के पश्चात एक निजी अस्पताल में उपचार प्राप्त कर रह थे परन्तु शुक्रवार शाम को श्री कोटवाणी कोरोना के विरुद्ध लड़ रहे अपने अंतिम युद्ध को हार गए ! श्री कोटवाणी ने छात्र रहते हुए अपने राजनैतिक जीवन की शुरुवात की थी वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की तरफ से विक्रम विश्वविद्यालय के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित हुए , उन्होंने  विक्रम विश्व विद्यालय में सिंडिकेट सदस्य के रूप में भी कार्य किया एवं संघ में तृतीय वर्ग शिक्षित भी रहे ! श्री कोटवाणी ने वर्ष 1993 में विधानसभा का चुनाव लड़ा एवं विधायक के रूप में उज्जैन दक्षिण क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया , श्री कोटवाणी भाजपा उज्जैन इकाई के अध्यक्ष के पद पर भी आसीन रहे !


            पूर्व मंत्री एवं उज्जैन उत्तर विधायक श्री पारस जैन ने श्री कोटवाणी को शाब्दिक श्रद्धांजलि देते हुए कहा की उनका इस प्रकार जाना मेरे लिए व्यक्तिगत हानि है जिसकी भरपाई संभव नहीं !  श्री जैन ने कहा की वो मेरे अभिन्न मित्र होने के साथ एक कुशल राजनीतिज्ञ भी थे उनका यूँ चले जाने से मै स्तब्ध हूँ !


            प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि  श्री शिवा कोटवाणी का विलक्षण नेतृत्व , दूरदर्शिता , अद्भुत भाषण कला और एक सधे हुए मार्गदर्शन की क्षमता उनके व्यक्तित्व में समाहित थी जो उन्हें औरों से पृथक एक विशिष्ठ राजनेता के रूप में स्थापित करती थी ! श्री कोटवाणी के जाने से ना सिर्फ उज्जैन अपितु प्रदेश की राजनीती में भी निर्वात उत्पन्न हुआ है जिसे भर पाना संभव नहीं है !


            सांसद श्री फिरोजिया ने कहा कि श्री शिवा कोटवाणी के जाने से हमने एक राजनैतिक पुरोधा को खो दिया है श्री कोटवाणी वैचारिक एवं राजनैतिक स्वीकार्यता के चरमोत्कर्ष पर स्थापित रहे हैं ! मुझे हमेशा राजनैतिक क्षेत्र में उनका मार्गदर्शन प्राप्त होता रहा है उनका यूँ जाने से उज्जैन की राजनीती में एक खालीपन आ गया है जिसे भर पाना मुश्किल है !


श्री कोटवाणी  जी के निधन पर संभागीय संगठन मंत्री श्री जीतेन्द्र लिटोरिया , डॉ सत्यनारायण जटिया , श्री बाबूलाल जैन , डॉ चिंतामणि मालवीय , श्री अनिल जैन कलुहेड़ा ,श्री जगदीश अग्रवाल , श्री ॐ जैन श्री इक़बाल सिंह गाँधी , श्री वीरेंदर कावड़िया , श्रीमति मीना जोनवाल , श्री सोनू गेहलोत सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए शहर की जनता से अपने अपने घरों में रहने एवं आवश्यक कार्य होने पर ही बाहर निकलने की अपील की  !      


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