उज्जैन। कोरोना से होने वाली मौतें भले ही थम गई हो शासकीय रिकॉर्ड में इनकी गिनती कम हो गई हो लेकिन हकीकत यह है कि कोरोना से मरने वाले कुछ ऐसे लोग भी है जिनका पूरा परिवार मौत की आगोश में चला गया, विक्रमादित्य क्लॉथ मार्केट के एक परिवार के अलावा अग्रवाल समाज के एक परिवार में भी पति पत्नी की 7 दिन में मौत हो गई।
वीडी मार्केट में रहने वाले कपड़ा व्यापारी का परिवार पिछले माह कोरोना की चपेट में आ गया था। इस बीच परिवार के दो लोगों की मृत्यु हो गई थी और अब तीसरे सदस्य का आज निधन हो गया। वीडी क्लॉथ मार्केट में रहने वाले कपड़ा व्यापारी कांसल परिवार पिछले माह कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया था। इस दौरान परिवार के अर्पित कांसल और उनके पिता राजेश कांसल की मृत्यु हो गई। कांसल परिवार अभी सदमे से उबरा भी नहीं था कि श्रीमती अनिता कांसल का भी आज निधन हो गया। कोरोना संक्रमण के बीच एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मृत्यु से वीडी मार्केट गमगीन है,क्लॉथ मार्केट में आज कांसल परिवार की ही चर्चा रही, इसके पूर्व भी क्लॉथ मार्केट में एक परिवार के 2 सदस्यों की कोरोना से मौत हो चुकी है। एक के बाद एक होने वाली मौतों को लेकर क्लॉथ मार्केट के व्यापारियों में दहशत है । अग्रवाल समाज में भी कोरोना से होने वाली मौतों को लेकर शौक है मालीपुरा में रहने वाले पति ,पत्नी की मौत 7 दिन में होने और अग्रवाल समाज के ही वरिष्ठ अधिवक्ता नंदकिशोर अग्रवाल के सबसे छोटे सुपुत्र कि इंदौर में कोरोना से मौत होने से समाज में शोक व्याप्त है। मालीपुरा में रहने वाले दवा व्यवसाई धर्मेंद्र अग्रवाल की 15 मई को मौत हो गई, 9 मई को उनकी पत्नी शशि अग्रवाल की भी मौत हो गई थी। विडंबना यह थी कि पति और पत्नी दोनों कोरोना पीड़ित होने के कारण अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती थे पत्नी आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में और पति चरक अस्पताल में भर्ती थे पत्नी की मौत के दिन भी पति चरक अस्पताल में इलाज करवा रहे थे और अंतिम समय भी अपनी पत्नी को नहीं देख पाए, कोरोना के इलाज के दौरान अपनी जान गवाने वाले धर्मेंद्र अग्रवाल की माताजी भी गंभीर अवस्था में इंदौर में कोरोना का इलाज करवा रही है।
इसी प्रकार कोरोना से वरिष्ठ अधिवक्ता नंदकिशोर अग्रवाल के सबसे छोटे सुपुत्र राजेश अग्रवाल की भी इंदौर में मौत हो गई।
नीलेश जी चन्दन अध्यक्ष लघु उद्योग भारती, ने भी कोरोना के इलाज के चलते दम तोड़ दिया श्री निलेश पिछले दिनों लगातार कोरोना पीड़ितों के लिए जान की बाजी लगाकर ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में सहयोग कर रहे थे लगातार कोरोना पीड़ित परिवारों के संपर्क में आने के बाद वह भी संक्रमित हो गए थे।
आदिम जाति कल्याण विभाग के उज्जैन संभागीय
उपायुक
डॉ के के श्रीवास्तव अब हमारे बीच नहीं रहे हैं। कोरोना के कारण उनका निधन हो गया है।
श्रीवास्तव इसके पहले मंडला में आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त थे।