51,953 जन स्वास्थ्य रक्षकों बेघर और बेसहारा बनाने का कार्य करते हुए स्वास्थ्य विभाग से बेदखल किया

जनस्वास्थ्य रक्षकों का प्रतिनिधि मंडल 17 दिसम्बर को मुख्यमंत्री से मिलने बाईकसे
निकलेगें भोपाल 
उज्जैन। मध्यप्रदेश जन स्वास्थ्य रक्षक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बी.एल. प्रजापति ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से मिडिया को बताया कि वर्ष 1995 में कांग्रेस शासनकाल में ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने दुरस्थ क्षेत्रों व ग्रामीण अंचलों में निवासरत जनता को त्वरित स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने के लिए गांव के लिए शिक्षित बेरोजगार युवक युवतीयों को जनस्वास्थ्य रक्षक नामक योजना से प्रशिक्षित कर प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग में प्रथम पंक्ती का स्वास्थ्यसेवक बनाने की महत्तपूर्ण योजना शुरुआत की थी इस योजना के माध्यम से प्रदेश के 51,953 युवक युवतियों को प्रशिक्षित किया गया था। इन्हें स्वास्थ्य विभाग कास्थाई अंग बनाने के लिए कदम बढ़ाते हुए तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री बाला बच्चन ने जन स्वास्थ्य रक्षकों के लिए 22/8/2003 को कार्य आधारित प्रोत्साहन योजना बनाकर जन स्वास्थ्य रक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। लेकिन वर्ष 2004 में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा शासित मुख्यमंत्रीयों ने इस महत्वपूर्ण योजना को पूर्ण रूप से बंद करने का षडयंत्र करते हुए प्रदेश के 51,953 जन स्वास्थ्य रक्षकों बेघर और बेसहारा बनाने का कार्य करते हुए स्वास्थ्य विभाग से बेदखल किया लेकिन विधानसभा चुनाव 2018 में सत्ता परिवर्तन के बाद जन स्वास्थ्य रक्षकों को पुर्नजीवन मिलने की आस बंधी है, क्योंकि कांग्रेस द्वारा जारी वचन पत्र में वचन संख्या 19.11 के तहत जन स्वास्थ्य रक्षकों के लिए अथॉरिटी कमेटी के गठन व पंचायत हेल्थ नेटवर्क में जन स्वास्थ्य रक्षकों के सेवाएं लेने सम्बिंधी जो वचन दिया गया है उसके पूर्ण होते ही प्रदेश के जन स्वास्थ्य रक्षकों को नया जीवन मिलेगा, इसके साथ ही सरकार द्वारा इनके प्रशिक्षण में किये गये शासकीय पैसों का जो सरकारी खर्च हुआ है उसका सद्उपयोग हो सकेगा।
इस विषय को लेकर संगठन की लगातार बातचीत हुई है, और 23 मार्च 2019 को मंत्रालय में मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के साथ हुई बैठक में उन्होनें उनके पी.एस.श्री सुधीर रंजन मोहंती को जो दिशा निर्देश दिये थे उनका आज तक पालन नहीं हो पाया है, जिससे सरकार का जनस्वास्थ्य रक्षकों को दिया गया वचन अधुरा है। इसी बात का ध्यानाकर्षण करने के लिये जन स्वास्थ्य रक्षकों का प्रतिनिधि मंडल दिनांक 17 दिसम्बर को भगवान महाकाल के दर्शन करके भोपाल के लिये रवाना होगा एवं 20 दिसम्बर को जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमल पटेल के सकारात्मक सहयोग व संगठन के संरक्षक तराना विधायक श्री महेश परमार एवं घट्टिया विधायक श्री रामलाल मालवीय के नेतृत्व में मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कर 23 मार्च को मंत्रालय में हुई बैठक में दिये गये दिशा निर्देशों के अनुसार अरिटी कमेटी के गठन करने के आदेश जारी करने का आग्रह किया जायेगा।