उज्जैन - स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत भारतीय प्रदुषण संघ ( आईपीसीए) के द्वारा राष्ट्रीय शहरी कार्य मंत्रालय,आवास और शहरी मामलो के मंत्रालय की और से आईसीयूसी सलाहकारों के साथ तीन दिवसीय स्वच्छ भारत मिशन शहरी कार्यशाला का आयोजन होटल उज्जैनी में शुरू हुआ ! कार्यशाला का उद्धघाटन माननीय श्री मति मीना जी जोनवाल महापौर उज्जैन नगर निगम और योगेंद्र पटेल डिप्टी कमिश्नर, नगर निगम उज्जैन ने किया ! इस तीन दिवसीय कार्यशाला में मध्य प्रदेश के २१ शहरी निकाय के वरिष्ठ अधिकारी भाग ले रहे है ,योगेंद्र पटेल ने प्रतिभागियों को शहर को स्वच्छ और हरियाली प्रदान करने और उज्जैन को नंबर १ शहर बनाने के प्रयासों और पहलों की जानकारी देते हुए कहा की कई विकेन्द्रीकृत अभिनव परियोजनाएं है जिनमे निगम के द्वारा कचरे के विभिन्न घटक जैसे की छोड़े गए कपडे, मंदिरो से फूल ,सब्जी मंडी से फलो और सब्जीयो आदि के उचित प्रबंधन कर रहा है ! शहर को अपशिष्ट प्रबंधन के लिए कई पुरस्कार मिले है ! उन्होंने आगे कहा की प्रत्येक चरण में चुनौतियां होंगी लेकिन हमने अपने शहरों को स्वच्छ बनाने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन चुनौतियों को स्वीकार किया है ! इस अवसर पर मीना जोनवाल ने टीम की आवश्यकता एवं प्रतिस्पर्धा और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए टीम के भीतर पारदर्शिता और आत्मविश्वास के साथ सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों की सकारात्मकता पर जोर दिया !
कार्यशाला में भारतीय प्रदुषण संघ ( आईपीसीए) के सचिव अजय गर्ग ने कहा की “कचरा प्रबंधन की मुख्य समस्या इसे स्रोत पर अलग करना और भारत के नागरिकों के बीच व्यवहार परिवर्तन लाना है। लोग दो बिन सिस्टम में भी अपने कचरे को अलग करने के लिए तैयार नहीं हैं और न ही इसके बारे में ज्यादा जानकारी दी गई है। उनके पास उत्पन्न कचरे के प्रति स्वामित्व नहीं है और इसे तीसरे पक्ष की ज़िम्मेदारी मानते हैं। इसलिए यह सभी हितधारकों की ज़िम्मेदारी है कि वे कूड़ा बीनने वाले, यूएलबी, अपशिष्ट जनरेटर और रिसाइकलर्स को अपने कचरे का स्वामित्व लेने के लिए और इसके उचित निपटान और प्रबंधन के साथ इसकी पीढ़ी को कम करने की कोशिश करें, साथ ही बेहतर इंफ्ररास्ट्राकचे, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएँ, शिक्षा और जागरूकता प्रदान करके कूड़ा उठाने वाले समुदाय के कार्यबल को मजबूत करने की आवश्यकता है। साथ ही बेहतर कचरा प्रबंधन के लिए सामुदायिक स्तर पर प्रत्येक शहर में खाद सुविधा और एमआरएफ स्थापित करने की आवश्यकता है।