आलू, प्याज के साथ टमाटर के ऋणमान बढ़े, अब प्रति हेक्टेयर 80 हजार


तकनीकी समूह की बैठक में लिया निर्णय- पहली बार पशुपालन एवं मत्स्य पालन के लिए किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से साखसीमा स्वीकृति हेतु निर्णय लिया
उज्जैन। जिले में बोई जाने वाली फसलों के लिए वर्ष 2020-21 में बैंकों द्वारा दिये जाने वाले ऋणों के लिए ऋणमान निर्धारित करने हेतु 2 दिसंबर को कलेक्टर की अध्यक्षता तथा अजीतसिंह ठाकुर प्रशासक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित की उपस्थिति में तकनीकी समूह की बैठक का आयोजन हुआ।
बैठक में प्रगतिशील कृषक अंतरसिंह पटेल चिंतामण जवासिया, केशरसिंह पटेल बोरखेड़ा भल्ला तथा गंगासिंह खेड़ा माकड़ोन के सुझाव पर आलू एवं प्याज के प्रति हेक्टेयर ऋणमान को पिछले वर्ष में स्वीकृत 63 हजार 100 में वृध्दिकर प्रति हेक्टेयर 80 हजार किया गया। साथ ही शंकर टमाटर को 63 हजार 200 में वृध्दिकर प्रति हेक्टेयर 80 हजार किया। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित उज्जैन द्वारा कृषकों को दिये जाने वाले मध्यावधि ऋणों की ऋण सीमा में पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2020-21 के लिए 15 प्रतिशत की वृध्दि की गई। किसानों को वेयर हाउस की रसीद पर ऋण सीमा प्रस्तावित राशि 1 लाख से बढ़ाकर अधिकतम 2 लाख की गई। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित उज्जैन द्वारा पहली बार अपनी ऋण नीति में पशुपालन एवं मत्स्य पालन के लिए कृषकों की कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से साखसीमा स्वीकृति हेतु निर्णय लिया गया। बैठक में दीपक घोरपड़े डीडीएम नाबार्ड, केवड़ा उपसंचालक कृषि, अरूणकुमार गुप्ता एलडीएम, आलोक यादव सीईओ जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित, उपसंचालक उद्यानिकी, उपसंचालक परियोजना-आत्मा, कृषि विज्ञान अधिकारी, उपसंचालक पशु चिकित्सा एवं मत्स्य विभाग से अधिकारी उपस्थित थे। यह जानकारी आलोक यादव मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित द्वारा दी गई।