उज्जैन। एनआरसी एवं सीएए के खिलाफ बेगम बाग में चल रहे धरने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा खूब राजनीति कर प्रपोगंडा किया जा रहा है। जबकि धरनास्थल के पास से 70 फीट सड़क को खाली कर दिया गया है। उसके बाद भी भारतीय जनता पार्टी के लोग छाती पीट रहे हैं और धरना प्रदर्शन कर देश की जनता को गुमराह कर उज्जैन का नाम बदनाम करने पर तुले हुए हैं ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालु महाकाल दर्शन को न आ सके।
महाकाल भक्त मंडल के अध्यक्ष अरुण वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की ओछी राजनीति को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह महाकाल भक्तों के साथ क्रूर मजाक है ताकि देश के श्रद्धालु महाकाल दर्शन के लिए नहीं आ पाए। उन्होंने कहा कि महाकाल भक्त कोई वाद विवाद या लफड़े में पढ़ना नहीं चाहता है और वाद-विवाद से दूर रहना चाहता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने महाकाल धरनास्थल को इस तरह प्रस्तुतीकरण किया ताकि श्रद्धालुओं के बीच में यह संदेश जाए महाकाल मंदिर के बाहर वाद विवाद हो रहा है। इसी वजह से जनता के बीच डर ओर भय का माहौल बन रहा है और महाकाल भक्तो के आनेवाली संख्या पर इसका प्रभाव अभी से पड़ने लग गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को यह संदेश देना चाहिए की अधिक से संख्या में महाकाल भक्त महाशिवरात्रि पर महाकाल दर्शन के लिए पहुंचे। अरूण वर्मा ने कहा कि शहर काजी के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया है कि 120 फीट सड़क मार्ग में से 70 फीट सड़क खाली कर दी गई है जिससे आसानी से आवागमन का रास्ता साफ हो गया है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी को इस तरह की ओछी राजनीति ना करके मुस्लिम समाज द्वारा खाली कराए गए मार्ग के लिए उनका आभार व्यक्त करना चाहिए ताकि देश और प्रदेश में आपसी सौहार्द का वातावरण कायम रह सके।
भाजपा और राजनीति के प्रपोगंडे से महाकाल आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रभावित