राजगढ़ । बालिकाओं के प्रति अपराधों पर सिरे से अंकुश लगाने जिले में कवायद तेज हो चली है वहीं जिला पुलिस के कप्तान द्वारा लैंगिक अपराधों की विवेचना को गंभीरता से लेकर उन पर त्वरित कार्यवाही करने एवं अपराधों के जल्द से जल्द निराकरण के निर्देश जारी किए हैं पुलिस मुख्यालय के दिशा निर्देशों के फल स्वरुप आज जिला नियंत्रण कक्ष, रक्षित केंद्र राजगढ़ में एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
आयोजित सेमिनार में अभियोजन अधिकारी श्री श्रीवास्तव साहब द्वारा नवीन संशोधित अधिनियम एवं विवेचना के दौरान होने वाली सामान्य त्रुटियों के बारे में अपने व्याख्यान दिए गए साथ ही लैंगिक अपराधों में विवेचना के बारे में विस्तार से समझाइश दी गई।
उक्त मौके पर अनुविभागीय पुलिस अधिकारी सुश्री निशा रेड्डी द्वारा निर्भया प्रकरण के दौरान हुई त्रुटियों को लेकर दिशा निर्देश सुओ मोटो 04/19 के बारे में विवेचकों को जानकारी उपलब्ध कराई।
आयोजित सेमिनार में एफएसएल अधिकारी डॉक्टर नीलेश निमज़े द्वारा घटनास्थल से डाटा कलेक्शन सहित डीएनए सेम्पलिंग व अन्य मेडिकल संबंधी जानकारियां उपलब्ध कराईं गई।
जिला चिकित्सालय राजगढ़ से डॉ श्री जैन द्वारा मेडिकल संसाधनों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई इस मौके पर श्री अजय मरकाम, थाना प्रभारी भोजपुर, उनि विकास पटेल एवं कई अन्य पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी गण मौजूद रहे।