नई दिल्ली। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो मध्य प्रदेश में 25 मार्च को तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके शिवराज सिंह चौहान पुनः मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं, ऐसे संकेत मिले हैं जिससे यह तय माना जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान ही उपयुक्त नेता माने जा रहे हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी यही इच्छा है कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए तथा प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर शिवराज सिंह चौहान के हाथों में ही बाग डोर प्रधानमंत्रीहो, नरेंद्र मोदी ने रविवार को दो बार शिवराज सिंह चौहान से कोरोना के मुद्दे पर बातचीत की थी। इसमें उन्होंने चौहान को प्रशासन से संपर्क बनाए रखने के लिए भी कहा है। दूसरी वजह सिंधिया के समर्थन के कारण बन रही सरकार को चलाने में समन्वय का मुद्दा महत्वपूर्ण रहेगा, इसलिए चौहान के अनुभव का पार्टी को लाभ मिलेगा।
चुनिंदा लोगों की मौजूदगी में शपथ पार्टी सूत्रों ने बताया कि 25 मार्च को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में भी किसी तरह के ताम-झाम नहीं करने का फैसला पार्टी ने किया है। चुनिंदा लोगों की मौजूदगी में सादगी से शपथ दिलाई जाएगी। मालूम हो कि सरकार के अल्पमत में आने के बाद 18 मार्च को कमल नाथ ने इस्तीफा दे दिया था