बेंगलुर। कांग्रेस के बागी 22 विधायकों ने आज प्रेस से चर्चा करते हुए स्पष्ट किया है कि वह बंधक नहीं है और अपनी मर्जी से कमलनाथ सरकार के खिलाफ एकजुट हैं ,उन्होंने कमल नाथ सरकार से सवाल किया है कि जब ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला हो सकता है तो हम पर क्यों नहीं, इसी को मुद्दा बनाकर बेंगलुरु में मौजूद 22 विधायकों ने केंद्र सरकार से सुरक्षा की मांग की है, विधायकों ने कमलनाथ सरकार पर और खासकर मुख्यमंत्री कमलनाथ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहां है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जब किसानों महिलाओं और युवाओं की बातों को लेकर तथा वचन पत्र में किए गए वादों को लेकर सड़क पर उतरे तो मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लगभग उन्हें धमकाते हुए कहा कि उन्हें जो करना है वह करें इसी के कारण हम सब,बागी हुए हैं और लगा कि कमलनाथ सरकार जनता की आवाज को दबाना चाहती है, तुलसी सिलावट ने तो सीधा आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ को विधायकों से मिलने का समय नहीं है सरकार के पास जनप्रतिनिधियों से मिलने का समय ना होकर अधिकारियों से मीटिंग करने का समय रहता है उन्होंने कहा कि जब भी सरकार के पास कोई जन समस्या लेकर पहुंचे तो कमलनाथ जी ने बात करने से भी इनकार कर दिया। इमरती देवी ने भी यही आरोप लगाया कि विधायकों और मंत्रियों से मिलने का सरकार के पास समय ही नहीं है उन्होंने कहा कि हम क्षेत्र की जनता को क्या मुंह दिखाएं।
मुख्यमंत्री के पास विधायक से मिलने का समय ही नहीं, बागी विधायकों के तेवर कमलनाथ के खिलाफ