देवास। स्वास्थ्य विभाग के अफसर कोरोना वायरस की महामारी में भी नियमित कर्मचारी और संविदा कर्मचारियों से भेदभाव कर रहे हैं। अब तक विभाग ने अपनी सभी सुविधाएं नियमित कर्मचारियों के लिए दी है। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अभी असमंजस की स्थिति में है।
यही कारण है कि इन सब मामलों को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सौरभ सिंह चौहान ने मुख्य सचिव सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अवसरों को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण वैश्विक महामारी से संपूर्ण देश के साथ प्रदेश एवं हमारा समाज कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है। इस मुश्किल हालातों में स्वास्थ्य विभाग के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी विभिन्न कार्य कर रहे हैं 19 हजार संविदा स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी जिसमें चिकित्सक आयुष, पैरामेडिकल प्रबंधकीय संवर्ग, नर्सिंग स्टाफ, एएनएम सपोर्ट स्टाफ, फार्मासिस्ट आदि शामिल है। यहां सभी अपनी जान जोखिम में डालकर इस महामारी से रोकथाम स्क्रीनिंग एवं उपचार में अपना दायित्व निभा रहे हैं। इतना सब होने के बावजूद शासन ने संविदा कर्मचारियों के लिए विभिन्न व्यवस्था नहीं की है। वर्तमान में संविदा कर्मचारी होने पर सुरक्षा पेंशन आदि भी नहीं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि नियमित कर्मचारियों के लिए 50 लाख रुपए तक के बीमा कवर इंश्योरेंस का प्रावधान किया है। ज्ञापन में अनुरोध किया कि कोरोना संक्रमण काल में समस्त संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी नियमित कर्मचारियों की भांति अनुकंपा नियुक्ति, मेडिकल बीमा, सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं केंद्र सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना द्वारा देशभर में लागू 50 लाख रुपए तक के बीमा कवर इंश्योरेंस व प्रोत्साहन राशी आदि की सुविधाओं का लाभ दिया जाए। उक्त जानकारी राजेश गुर्जर ने दी।