अगर मांसाहार बन्द नही होगा,तो बीमारियों को कोई रोक नहीं सकता,,,, सन्त उमाकान्तजी महाराज



उज्जैन 


लोक कल्याण का संदेश देते हुए महाराज जी ने कहा ये जो दुनियां पर आफ़त आई है ।कोरोना महामारी पूरे विश्व में फैल गई और कोई दवा इसकी नही मिल रही है ।बहुत खोज रहे, अच्छे-अच्छे वैज्ञानिक फेल हो गए । कह रहे है कि ऐसी उम्मीद लग रही कुछ समय तक खोजे नही मिलेगी इसकी दवाई । बड़े-बड़े देशों के प्रधानमंत्री हार गए अब कह रहे है ,उसी के ऊपर है,ऊपरवाले के ऊपर है,गॉड के ऊपर है,भगवान के ऊपर है,उसी का सहारा है ।तो होके लाचार हमारा नाम लोगे तो समय निकल जायेगा ।तो हमेशा उसकी लीला को जानने,समझने की कोशिश करो,जिसने तुमको बनाया,दुनियां को बनाया,पेड़-पौधे बनाये,फलदार वृक्ष बनाये, तुम्हारे लिए गाय, भैस,बकरी बनाया दूध पीने के लिए । जब उसी को मारकर खा जाने लगोगे तो क्या होगा 


कोरोना का कारण मांसाहार


महाराज जी ने कोरोना का कारण बताते हुए कहा कि कोरोना महामारी की शुरुवात कहा से हुई चीन के वुहान से जो एक प्रान्त है । तब लोगों ने कहा पक्षियों को मारना ,पक्षियों को खाना बंद करो । क्योकि वहां के लोग सब खा जाते है  गाय, बैल,भैस,सुवर,सांप,गोजर,बिच्छू,चमगादड़ सब खा जाते थे  तो बोले बन्द करो इनकी वजह से हुआ तो बन्द कर दिया ।तो अब हट गया,आराम हो गया तो फिर शुरू कर दिया । तो फिर उभर कर आ गया । तो दुनियां वालों को इससे शिक्षा लेनी चाहिए ।दुनियां में जितने भी जिम्मेदार है उनको इससे शिक्षा लेनी चाहिए ।
की बन्द क्यो हुआ और फिर क्यो चालू हो गया । जीव हत्या की वजह से, वो जो हत्या हो रही है छटपटा के मर रहे है,वो उस मालिक से आवाज़ लगा रहे है दुखभरी, तो कहते है "मत सता ग़रीब को वो रो देगा और जब सुनेगा उसका मालिक जड़ो से खो देगा" तो बख्शेगा
तुमने तो उस पर अपना अधिकार मानकर जब बीमार पड़े, दुख,मुसीबत आई तो याद किया,ख़ुदा, गॉड,भगवान को याद किया तो तुम्हारी रक्षा किया ।तो वो चिल्ला रहे है तो उनकी रक्षा नहीं नही करेगा । तो उनकी रक्षा आपको भी करना चाहिए वरना सज़ा मिल जाएगी ।


बन्द हो मांस और शराब की दुकान


महाराज जी ने आह्वान करते हुए कहा कि अगर मांसाहार बन्द कर दिया जाए,लोग मांस का आहार बन कर दे, दुकाने मांस की अपने आप नैतिकता में ,जनहित मे लोगों के लिए बन्द कर दे तो ये बीमारियां अभी कम हो जाएंगी ।और अगर मांसाहार बन्द नही होगा ।मछली का बिकना,मछली का पालना, शराब का बिकना-शराब का उत्पादन अगर बन्द नही होगा तो बीमारी को कोई रोक नही सकता और ये बीमारी और बढ़ती जाएगी । ये रुक नही सकती,बढ़ेगी । और कुछ महीने लगा, कुछ साल लगा और रुकी भी तो दूसरी फिर आ जायेगी । 
इसलिए हमारी तो यही प्रार्थना है की वातावरण दूषित मत करो ।देश-दुनिया के जितने भी जिम्मेदार है  चाहे राजा हो प्रधानमंत्री हो, राष्ट्रपति हो, मुख्यमंत्री हो, कलेक्टर कमिश्नर हो,सब लोग राय मिलाकर कर के  और एक राय हो जाना चाहिए कि ये चीजें बन्द हो जाये ।  पूरे विश्व मे बन्द कर दी जाए जीवो का कटना । 
गाय का कटना, बकरा-बकरी का कटना, भैस का कटना, मुर्गा का कटना, मछली का मारना, मछली का पालना, शराब की दुकान चलाना, शराब बेचना, उसकी फेक्ट्री चलाना सब बन्द हो जाये । तो देखों कुदरत से मदद मिलती है कि नही ।


 


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