उज्जैन ।मध्यप्रदेश शासन भले ही बड़े-बड़े दावे कर कोरोनावायरस पीड़ित के उपचार को लेकर हर संभव सुविधाएं जुटाने की बात कर रहा हो ,लेकिन उज्जैन में स्थितियां दावे से उलट है
कलेक्टोरेट में कार्यरत एक बाबू की मौत और मौत के पहले बाबू द्वारा आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से जिंदा निकालने की गुहार, सुविधाओं की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है यह मामला सुर्खियों में आने के बाद अब एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है इस वीडियो में अजीज जिनवाला उम्र 36 वर्ष निवासी सैफी मोहल्ले द्वारा कहा जा रहा है कि वह अपने परिजनों के साथ माधव नगर अस्पताल में स्वयं जांच कराने पहुंचे, उसे वहां से आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया लेकिन उसके मुताबिक यहां कोई व्यवस्था नहीं है उसे कभी पॉजिटिव मरीज के साथ तो कभी अलग रहने को कहा जाता है ,उसका उपचार भी ठीक से नहीं किया जा रहा है ,उसमें वीडियो में गुहार लगाई है कि उसे यहां से निकाला जाए ,वीडियो में खास बात यह है कि chmo के हवाले से एक दैनिक समाचार पत्र के प्रथम पृष्ठ पर अजीज की मौत होना बताई है जबकि अजीज जिंदा है और उसने वीडियो जारी कर स्वय के जिंदा रहने का प्रमाण भी दिया है।
जिसे मृत बताया, वह आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में जिंदा है, वीडियो जारी कर कहा मुझे यहां से निकालो