कोरोना वायरस महामारी के उपचार एवं नियंत्रण हेतु स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जा रहा है निरन्तर प्रयास
उज्जैन । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अनुसुईया गवली सिन्हा ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिये जिले का स्वास्थ्य विभाग निरन्तर सतर्क है। उज्जैन जिले में 100 से अधिक रेपिड रिस्पोंस टीम (आर.आर.टी.) द्वारा संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग कर संदिग्ध मरीजों की पहचान की जा रही है। आवश्यकता होने पर संदिग्ध मरीजों को आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जा रहा है।
जिले में जिन क्षेत्रों में कोरोना वायरस के पॉजीटिव केस पाये गये है, उन क्षेत्रों में जाकर चिकित्सक व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे कर संदिग्ध पाये जाने पर कोरोना वायरस की जांच भी की जा रही है एवं आईसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया जा रहा है। इसी प्रकार ग्राम स्तर पर भी सर्वे हेतु दल का गठन किया गया है, जिसमें ए.एन.एम., आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव को शामिल किया गया है। सर्विलेंस टीम लोगों के घर जाकर विदेशों से या अन्य शहरों व राज्यों से यात्रा कर लौटे लोगों की जानकारी एकत्रित करने के साथ-साथ उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं कोरोना के संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी एकत्रित कर रही है।
कोरोना वायरस मरीजों के लिये सिविल अस्पताल माधव नगर में 20 बिस्तरीय एवं आर.डी.गार्डी मेडिकल कॉलेज में 80 बिस्तरीय आईसोलशन वार्ड स्थापित किया गया है, जिसमें ऐसे मरीजो को रखा जायेगा, जिनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है या कोरोना वायरस के लक्षण पाये गये हैं। इसी प्रकार दो स्थान हामूखेड़ी देवास रोड़ एवं नर्सिंग महाविद्यालय सुदामा नगर पर क्वारेन्टाईन सेंटर स्थापित किये गये हैं। यहां पर संक्रमित के संपर्क में आये लोगों को रखा जायेगा।
सीएमएचओ द्वारा जिले में कोरोना वायरस के नियंत्रण हेतु निरन्तर निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेकर प्रोटोकाल का पालन करवाया जा रहा है। उन्होंने आमजन से अपील है कि लोग अपने घरों में ही रहें, उनके द्वारा उपयोग किये जा रहे है मास्क को पूर्ण रूप से नष्ट करें, उपयोग उपरांत मास्क को गड्ढे में गाड़ दें या जलाकर नष्ट कर दें, जिससे की संक्रमण न हो।
उपयोग उपरांत मास्क को गड्ढे में गाड़ दें या जलाकर नष्ट कर दें