एक्सक्लूसिव,,,,,,,,लाशें भी पहुंची इलाज करवाने ,जिससे कोरोना की मृत्यु दर उज्जैन में सबसे ज्यादा,,,,, और इधर 17 की घर वापसी जल्दी होगी

उज्जैन। शहर में कोरोनावायरस की चपेट में आने से लगातार मौतें होने से लोग दहशत में है धीरे-धीरे जिस तरह पॉजिटिव मरीजों की संख्या में वृद्धि और लाशों में तब्दील होती जिंदगी के किस्से सामने आ रहे हैं उससे आम नागरिक बुरी तरह डर गया है, ऐसे में दैनिक मालव क्रांति ने कुछ पड़ताल करने जिले के मुखिया शशांक मिश्र से बातचीत की तो कुछ चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई मौत का आंकड़ा कल तक 24 था आज शाम होते-होते शायद 26 या 27 हो जाएं लगातार मौतों के बाद यह प्रश्न स्वाभाविक था कि शहर में मृत्यु दर पूरे देश से ज्यादा क्यों ,जवाब में जिलाधीश ने बताया कि कल तक हुई 24 मौतों में से 8  की डेड बॉडी अस्पताल में आई और 6 एकदम मरने जैसी हालत में आए ,याने 24 में से 14 का तो इलाज ही नहीं किया या फिर शुरू, करते करते,,,, जब तक दम तोड़ दिया,,,,  याने उज्जैन के अस्पतालों में लाशें भी पहुंची इलाज करवाने। क्या उज्जैन में कोरोनावायरस  से पीड़ित मरीजों के इलाज में लापरवाही की जा रही है जवाब में बताया गया कि 90% लोगों को तो स्वयं प्रशासन ने ढूंढा है इसलिए लापरवाह प्रशासन नहीं बल्कि शहर की जनता है ।कलेक्टर के मुताबिक लोग प्रॉब्लम को छुपा रहे हैं इसलिए कोरोनावायरस के केस सामने आ रहे हैं ऑक्सीजन न मिल पाने या वेंटिलेटर की कमी पर बताया गया कि सिर्फ 5% को ही ऑक्सीजन की जरूरत होती है और इन 5% में से 2% को वेंटिलेटर की जरूरत होती है ।लाशों के सैंपल उज्जैन के अलावा मध्यप्रदेश में कहीं और लिए गए क्या इसकी पड़ताल करने पर मालूम पड़ा कि ऐसा सिर्फ उज्जैन में ही हुआ बरहाल उज्जैन दहशत की ऊंचाईयो पर है अचानक होने वाली मौतें और अचानक अपनों के बीच से ही कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आने से लोगों का मनोबल टूट रहा है।


                                                             17 कोरोना  पॉजिटिव मरीजों  की सेकंड जांच के लिए सैंपल भेजा गया, रिपोर्ट  नेगेटिव आने पर घर भेजा जाएगा


उज्जैन । कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य में निरंतर सुधार आ रहा है 17   कोरोना पॉजिटिव मरीज ऐसे है जिनकी 14 दिन बाद की पहली रिपोर्ट नेगेटिव आई है। पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में क्वारन्टीन किये गए  इन सभी मरीजों की 24 घण्टे बाद आज सेकंड रिपोर्ट के लिए नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। कलेक्टर श्री शशांक मिश्र   ने बताया कि जैसे ही इन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आती है सभी को अपने-अपने घरों में   भेज दिया जाएगा जंहा इन्हें अगले 14 दिन  के लिए होम क्वॉरेंटाइन में रहना होगा। उल्लेखनीय है कि बड़ी संख्या में मरीजों के ठीक होने की उम्मीद से स्वास्थ्य का अमला उत्साहित नजर आ रहा है।


*कलेक्टर ने डायबिटीज एवं हाइपरटेंशन के मरीजों को से आग्रह किया है कि वे कोरोनावायरस लक्षणों को नजरअंदाज न करें एवं तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दें*


कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने वीडियो अपील। जारी कर उज्जैन जिले के सभी ऐसे नागरिकों से अपील की है कि जिन को पहले से ही डायबिटीज  व  हाइपरटेंशन की बीमारी है  वे  सर्दी खांसी बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ होने के लक्षणों को नजरअंदाज ना करें तथा इसकी सूचना कंट्रोल रूम  104  पर  दे  अथवा नजदीक के अस्पताल में जाकर अपना परीक्षण करवाएं। उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस ऐसे लोगों पर ज्यादा प्रभाव डालता है जिनको पूर्व से ही कोई बीमारी चली आ रही है। इसलिए कोरोना वायरस के लक्षणों की  अनदेखी  न की जाए ।अपनी जांच करवाये  और  संक्रमण से  बचे ।


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