3 मौत के असली दोषी तो महावीर खंडेलवाल है ?

उज्जैन शहर में कॉविड 19 अस्पताल माधव नगर में 27 अगस्त को एक साथ तीन मौतों पर बवाल मचाना स्वभाविक है, लेकिन मौतों के लिए किसे जिम्मेदार माना जाए? इसको लेकर भी बवाल मचा हुआ है अब तक की जो कहानी सामने आई है इसके मुताबिक प्रथम दृष्टि में ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति करने वाले इंदौरी ठेकेदार का नाम सामने आया है, लेकिन वास्तविकता में ठेकेदार से ज्यादा दोषी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महावीर खंडेलवाल नजर आते हैं, क्योंकि कॉविड 19 को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया गया है, ऐसी स्थिति में यदि माधव नगर अस्पताल में गैस सिलेंडर की आपूर्ति इंदौरी ठेकेदार नहीं कर रहा था या आपूर्ति करने में टालमटोल कर रहा था तो डॉक्टर खंडेलवाल इमरजेंसी में ऑक्सीजन गैस सिलेंडरों की आपूर्ति कहीं से भी कर सकते थे और ठेकेदार के खिलाफ बाद में टेंडर की नियमों का पालन नहीं करने पर कार्यवाही कर सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया और ऑक्सीजन गैस सिलेंडरों की कमी को संज्ञान में आने के बावजूद पूरा नहीं किया गया, जिससे माधव नगर अस्पताल में तीन जिंदगी, मौत के मुंह में चली गई, दरअसल डॉक्टर खंडेलवाल ने जब से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का पदभार संभाला है तबसे भारी मनमर्जी की जा रही है ,जारी होने वाले हेल्थ बुलिटिनों में त्रुटियों से लेकर पत्रकारों के फोन तक नहीं उठाना और आवश्यक जानकारी छुपाना उन्होंने अपना अधिकार मान लिया है, कॉविड 19 से मरने वालों की जानकारी मांगने पर भी नहीं दी जाती है ,इसके अलावा कॉविड 19 से मरने वालों की संख्या को लेकर भी हमेशा विवाद रहा है जिसकी जड़ में डॉ. महावीर खंडेलवाल की कार्यशैली है, माधव नगर अस्पताल में आवश्यक वस्तुओं जिसमें ऑक्सीजन गैस सिलेंडर भी शामिल है ,की समय पर आपूर्ति करवाना भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का ही काम है, कल जिस तरह 3 मरीजों की तड़प तड़प कर मौत हो गई इसके लिए जिम्मेदार सीएमएचओ और उनके कार्यालय का वह स्टाफ है जिसने ऑक्सीजन गैस सिलेंडर पूर्ति में देरी को संज्ञान में नहीं लिया और तत्काल आपूर्ति के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाएं ,बरहाल मरने वाले तो मर गए लेकिन अनेक सवाल छोड़ने के साथ-साथ उज्जैन के माधव नगर अस्पताल पर भी बदनामी का दाग लगा गए, जबकि यह सर्व विदित है कि उज्जैन का माधव नगर अस्पताल कोविड-19 के मरीजों की उचित देखरेख के कारण हमेशा प्रशंसा का पात्र बना रहा।


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