गुना। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गुना ने धोखाधडी के मामले में सात साल से फरार आरोपी राधेश्यायम लोधा पुत्र हरीराम लोधा निवासी बाबड़ी खेड़ा चक को थाना कैंट पुलिस द्वारा पेश करने पर जेल भेजा।
मीडिया सेल प्रभारी निर्मल अग्रवाल ने बताया कि आरोपी द्वारा फर्जी विक्रेता बनकर फरियादी अमृत लाल की जमीन का न्यायालय में विक्रय अनुबंध कराया था। मामले के अनुसार 23 सितंबर 2013 को फरियादी अमृत लाल किरार निवासी ग्राम डोबरा द्वारा पुलिस को रिपोर्ट कराई कि शिवचरण ओझा निवासी ग्राम डोबरा, राधेश्यारम पुत्र हरिराम लोधा निवासी ग्राम बावड़ीखेड़ा एवं कैलाश जाटव निवासी सिसौदिया कॉलोनी गुना द्वारा मेरी जमीन व मेरे नाम के कुटरचित दस्तावेज तैयार कर मेरी ग्राम डोवरा स्थित 22 बीघा जमीन न्यायालय में फर्जी तरीके से शिवचरण ओझा के नाम विक्रय अनुबंध करा दिया गया है। प्रकरण के दो आरोपी शिवचरण ओझा एवं कैलाश जाटव पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था तथा सात साल सेे फरार आरोपी राधे श्याम लोधा को भी जेल भेज दिया गया है। उक्त रिपोर्ट थाना कैंट में धारा 420,467,471, 120बी, 34 भादवि के तहत अपराध क्रमांक 405/13 पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में. गेहूं चुराने वाले को जेल भेजा
गुना विशेष रेलवे न्यायालय ने हरवीर को चलती रेलगाड़ी से गेहूं व कोयला चुराने के संबंध में जेल भेजा! मीडिया सेल प्रभारी निर्मल अग्रवाल ने बताया कि रेलवे जंक्शन गुना के रेलवे यार्ड से भारतीय खाद्य. निगम का गेहूं और रेलवे का कोयला चुराने वाली गैंग के सदस्यों को रेलवे पुलिस फोर्स गुना ने दबोचा लंबे समय से गेहूं और कोयला चोरी की घटनाएं हो रही थी आरोपी चलती गाड़ी से माल झाड़ियों में फेंक देते थे और बाद में उसे उठा ले जाते थे ऐसे ही चोरी का माल उठाने पहुंचे आरोपी हरवीर को रेलवे पुलिस फोर्स ने मौके पर पकड़ा दिनांक 23 अगस्त की रात को मालगाड़ी यार्ड गुना से गेहूं भरकर कोलकाता के लिए रवाना हुई इसी दौरान गेहूं की बोरियां कुछ लोगों ने उसमें से नीचे फेंक दी और झाड़ी में छिपा दी जिसे वह उठाने आए तभी आरपीएफ पुलिस ने हरवीर को पकड़ लिया जिसके पास से 10 बोरी गेहूं तथा ₹1000 कीमत का कोयला जप्त किया गया