हनी ट्रैप कांड में आएगा नया मोड़,,,,,बंद लिफाफे में हाई कोर्ट में पेश अब तक की जांच में आए अफसर, नेताओं के नाम

हनी ट्रैप मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के चीफ ने गुरुवार को मप्र हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ के समक्ष वह स्टेटस रिपोर्ट उनका उल्लेख है। हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई पर कहा था कि जांच में नाम सामने आए हैं, खुलासा हुआ तो उसे बताने में क्या परेशानी है तब एसआईटी चीफ ने कोर्ट से सात दिन का वक्त लिया था।


गुरुवार को यह मामला जस्टिस एससी शर्मा, जस्टिस विवेक रुसिया की खंडपीठ के समक्ष लगा था। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुई सुनवाई में एसआईटी चीफ राजेंद्र कुमार भी उपस्थित हुए। याचिका कर्ता शिरीष मिश्रा की ओर से अधिवक्ता निधि वोहरा ने अंतरिम आवेदन लगाया था। जिसमें केस को सीबीआई को सौंपे जाने की मांग की गई थी। 


कोर्ट ने सुनवाई शुरू होते ही स्टेट्स रिपोर्ट का पूछा। महाधिवक्ता पुरुषेंद्र कौरव ने जवाब दिया कि कोर्ट के समक्ष इसे पेश किया जा चुका है। वहीं चालान की प्रति भी कोर्ट में पेश की जाना है। इसके लिए एसआईटी को एक सप्ताह का वक्त और दिया गया है।


सभी महिलाओं से जब्त हुए मोबाइल, गैजेट्स, वीडियो, ऑडियो की जानकारी कोर्ट को दी


एसआईटी ने हनी ट्रैप के सिंडिकेट में शामिल सभी महिलाओं से जब्त हुए मोबाइल, गैजेट्स, वीडियो, ऑडियो की जानकारी कोर्ट को दी है। हैदराबाद स्थित फॉरेंसिक लैब में जितने भी गैजेट्स भेजे गए हैं उसकी भी जानकारी दी , आरोपियों से पूछताछ, गैजेट्स में बातचीत, रिकार्डिंग, वीडियो के आधार के पर जिन लोगों की पहचान हुई है उनके नाम भी सौंपे गए हैं।