मुंबई पुलिस की बड़ी कामयाबी एक्टर डायरेक्टर सहित पांच लोग गिरफ्तार*
*मुंबई
_ओटीटी प्लैटफॉर्म पर शॉर्ट फिल्मों के जरिए सेक्स रैकेट चलाने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ किया गया है। मुंबई क्राइम ब्रांच के प्रॉपर्टी सेल ने ऐसे ही गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।_
*मुंबई पुलिस ने किया सेक्स रैकेट का भंडाफोड़,
शॉर्ट फिल्म के नाम पर बनाते थे अश्लील फिल्में, अलग-अलग पोर्न साइट्स को बेचते थे
स्ट्रगलर ऐक्टर-ऐक्ट्रेस को बनाते थे शिकार, एग्रीमेंट साइन करा जबरन कराते थे न्यूड सीन
*ओटीटी पर सेंसरशिप की क्यों जरूरत है?*
सुनील मेहरोत्रा, मुंबई,,, कोबरा डिजिटल से साभार
फिल्मों के अलावा ओटीटी प्लैटफॉर्म्स पर भी इन दिनों वेब सीरीज दिखाई जा रही हैं। इसके लिए यूजर्स को अलग-अलग ऐप्स को सब्सक्राइब करना पड़ता है और पेमेंट करना पड़ता है। कई ऐसे ऐप्स हैं, जहां शॉर्ट फिल्में भी दिखाई जाती हैं। इन्हीं शॉर्ट फिल्मों के बहाने कुछ लोग सेक्स रैकेट चला रहे थे। मुंबई क्राइम ब्रांच के प्रॉपर्टी सेल ने ऐसे ही गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें रोया खान उर्फ यास्मीन का नाम प्रमुख है।
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार, यास्मीन खुद पहले फिल्मों और धारावाहिकों में छोटे-छोटे रोल कर चुकी है। इस बहाने उसके पास उन लड़कियों की लिस्ट है, जो बॉलिवुड की चमक-दमक के बीच काम के बहाने मुंबई आ जाती हैं। वह इन लड़कियों से संपर्क करती थी। कहती थी कि बड़े रोल पाने से पहले आप लोगों को शॉर्ट फिल्मों में भी काम करना चाहिए। एक बार नाम हो जाएगा, तो वहां भी काम मिल जाएगा। वह 20 मिनट की ऐसी फिल्मों के लिए इन अभिनेत्रियों को जो स्क्रिप्ट सुनाती थी, उसमें न्यूड सीन जैसा कुछ भी जिक्र नहीं होता था।
2 मिनट की मूवी के लिए देते थे 30 हजार रुपये अधिकारी ने बताया कि यास्मीन लड़कियों से कहती थी कि 20 मिनट की फिल्म की शूटिंग चार से पांच घंटे में पूरी हो जाएगी, जिसके लिए उन्हें 30 हजार रुपये मिलेंगे। जाहिर है कि इतनी मोटी रकम के लिए लड़कियां फौरन 'हां' कर देती थीं। इसके बाद उनसे एक एग्रीमेंट करवाया जाता था, जिस पर ज्यादातर अभिनेत्रियां बिना पढ़े सिग्नेचर कर देती थीं। कुछ दिन बाद इन अभिनेत्रियों को मुंबई के मड आइलैंड और कुछ अन्य जगह बुलाया जाता था। वहां शूटिंग शुरू होती थी, जहां स्ट्रगल कर रहे कुछ अभिनेता भी बुलाए जाते थे।
आधी शूटिंग के बाद न्यूड सीन को करते थे मजबूर अधिकारी ने बताया कि तकरीबन आधी शूटिंग के बाद अभिनेत्रियों से न्यूड सीन करने को कहा जाता था। जब कोई लड़की ऐसा करने से मना करती थी, तो उसे लीगल नोटिस की धमकी दी जाती थी। लड़की डर की वजह से फिर वैसे सीन करने को तैयार हो जाती थी। इसके बाद आरोपी अलग-अलग ओटीटी प्लेटफॉर्म और पोर्न साइट से जुड़े लोगों से संपर्क करते थे। वहां से इन अश्लील शॉर्ट फिल्मों के लिए मोटी रकम लेते थे और इस तरह इनका यह रैकेट चल रहा था।
कुछ दिन पहले जब सीनियर इंस्पेक्टर केदारी पवार, धीरज कोली और लक्ष्मीकांत सालुंके की टीम को जब इस रैकेट के बारे में पता चला, तो ट्रैप लगाया गया और पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए। इनमें दो ऐक्टर, एक कैमरामैन, एक कास्टिंग डायरेक्टर और एक प्रड्यूसर शामिल हैं। क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के पास से करीब 36 लाख रुपये नकद और पांच लाख रुपये के शूटिंग से जुड़े सामान जब्त किए हैं।