उज्जैन। शहर के एक अस्पताल में ऑक्सीजन 2 घंटे की बची है, इस अस्पताल के मरीजों और उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है कि वह अपने रिस्क पर मरीज को यहां रख सकते हैं। यदि मरीज की जान बचाना चाहते हैं तो ऑक्सीजन की व्यवस्था कर ले।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गुरु नानक हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे मरीजों और उनके परिजनों को बता दिया गया है कि अस्पताल में ऑक्सीजन 2 घंटे की बची है, 2 घंटे के बाद मरीज को यदि ऑक्सीजन नहीं मिली और कोई अनहोनी हो गई तो इसकी रिस्क मरीज की रहेगी, हॉस्पिटल प्रशासन कि नहीं।
सूचना के बाद इस संवाददाता ने अस्पताल में फोन लगाकर जानकारी चाही तो बताया गया कि हम कुछ नहीं कर सकते, ऑक्सीजन की व्यवस्था तो आपको ही करना पड़ेगी, इस समस्या को लेकर जिले के प्रभारी मंत्री मोहन यादव से मोबाइल पर बात करना चाही तो उनके पीए ने बताया कि मंत्री जी अभी मीटिंग में है उन तक आपकी समस्या मैं पहुंचा दूंगा। बरहाल मरीजों के परिजनों में इस सूचना के बाद घबराहट है, क्योंकि वहां भर्ती एक मरीज के परिवार के सभी सदस्य घर में आइसोलेट है और ऐसे में घर से बाहर निकल कर ऑक्सीजन की व्यवस्था कैसे करें यह उनकी समझ में नहीं आ रहा है।