अपनों की लापरवाही से ,बच्चों पर कोरोना का कहर, नागपुर से बचने उज्जैन आए लेकिन 6 साल की मासूम आ गई चपेट में

 उज्जैन। मध्यप्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, प्रदेश के साथ-साथ देश के हालात भी ठीक नहीं है। इधर उज्जैन शहर में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों का  आंकड़ा 19 दिन तक बढ़ने के बाद 20 अप्रैल को कुछ राहत थी ,लेकिन यह राहत बढ़ते मामलों के बीच बहुत कम है। कोरोना के नए मरीजों में 3 साल ,5 साल, 2 साल , 6 माह और डेढ़ साल के बच्चे भी शामिल हो रहे हैं जोकि चिंता का विषय है। कम उम्र के बच्चों को यह रोग उनके अभिभावक जाने अनजाने में दे रहे हैं ।दैनिक मालव क्रांति की पड़ताल में ऐसे कुछ किस्से सामने आए जिससे सबक लेना सबके लिए जरूरी है। 20 अप्रैल को बंगाली कॉलोनी में रहने वाला एक 3 वर्षीय बच्चा कोरोना की चपेट में आया , बच्चे के पिता एमआर है, हालांकि उनके अनुसार वे पिछले 26 मार्च से घर से बाहर नहीं गए लेकिन इसके पूर्व छह-सात दिन के लिए गोवा गए थे, संयुक्त परिवार होने के कारण  3 वर्ष के मासूम संक्रमित हुआ है , परिवार में बड़े पापा की कोरोना से मौत हुई है तथा परिवार के कुछ और सदस्य कोरोना पॉजिटिव है। निश्चित तौर पर परिवार के बड़े सदस्य की लापरवाही से मासूम कोरोना की चपेट में आया है। 17 अप्रैल को भी साईं विहार कॉलोनी में रहने वाला 3 वर्षीय मासूम कोरोना की चपेट में आ गया था इस मासूम के पिता भी एमआर है और लगातार बाहर जाने के कारण बच्चा संक्रमित हुआ । 19 अप्रैल को 6 वर्ष की एक बालिका पॉजिटिव आई बालिका का पूरा परिवार महाराष्ट्र से उज्जैन आया था उम्मीद थी कि कोरोना से वह उज्जैन में सेफ रहेंगे, तेजनकर अस्पताल के पास रहने वाले परिवार में नागपुर का यह परिवार पहुंचा लेकिन इस बीच किसी असावधानी की वजह से 6 वर्ष की बच्ची पॉजिटिव आ गई। 19 अप्रैल को ही भैरवगढ़ जेल परिसर में रहने वाले पुलिस विभाग के कर्मचारी की 4 वर्षीय पुत्री थी पॉजिटिव आई। इसके अलावा 17 अप्रैल को ही महानंदा नगर में रहने वाली 3 वर्षीय बालिका और कालिदास मार्ग पर रहने वाली 5 वर्ष की बच्ची पॉजिटिव आई। 16 अप्रैल को कालियादेह महल गांव में रहने वाली 6 वर्षीय बालक, राघव पिपलिया गांव में रहने वाली 4 साल की बच्ची, अग्रवाल नगर में रहने वाला 2 साल का बच्चा और बड़नगर में रहने वाली 6 महीने की बच्ची पॉजिटिव आ चुकी है। बच्चों के परिजनों से मालव क्रांति ने जब चर्चा की तो अधिकांश ने स्वीकारा कि परिवार के सदस्यों का लगातार बाहर आना जाना लगा रहा इसी वजह से मासूम कोरोना के चपेट में आए ।17 अप्रैल को बेगम बाग कॉलोनी में रहने वाली डेढ़ वर्ष की मासूम बच्ची के परिवार के अधिकांश सदस्य इंजीनियर है  उनकी लापरवाही की वजह से डेढ़ साल की बच्ची पॉजिटिव आ गई, बच्ची के दादाजी आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में भर्ती है जबकि परिवार के कुछ और सदस्य भी पॉजिटिव आए हैं और घर पर ही अपन इलाज करवा रहे हैं। बच्चों के प्रति यह लापरवाही ठीक नहीं है मासूम बच्चों को परिवार के सदस्यों से कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है ,पिछले 10 दिनों में 50 से अधिक बच्चे कोरोना संक्रमित हुए हैं।


Popular posts
शहर के प्रसिद्ध चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ सुरेश समधानी द्वारा छत से कूदकर आत्महत्या किए जाने की कोशिश
Image
ये दुनिया नफरतों की आखरी स्टेज पर है  इलाज इसका मोहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं है ,मेले में सफलतापूर्वक आयोजित हुआ मुशायरा
फिरोती मांगने वाले एक ओर आरोपी का जमानत आवेदन निरस्‍त ,,,,,,,नाबालिक का अपहरण कर दुष्कर्म करने वाले आरोपी का जमानत आवेदन निरस्त
बेटे के वियोग में गीत बनाया , बन गया प्रेमियों का सबसे अमर गाना
Image
जब चार करोड़ रुपये प्रतिमाह इलाज़ के लिए देकर भी कॉलेज प्रबंधन अपनी काली करतूतों से बाज़ न आया तब जाकर अपनी नाक बचाने के लिए कलेक्टर को कुर्बान करने का मुहूर्त निकाला गया
Image