उज्जैन के आगर रोड स्थित ऑरडी गारडी अस्पताल में हुई मौत के बाद डेड बॉडी लेने पहुंचे परिजनों ने शरीर से निकल रहे खून पर आपत्ति जताई ,परिजनों और जूनियर डॉक्टरों के बीच मारपीट सूचना मिलने पर पहुंची चिमनगंज मंडी थाने की पुलिस के साथ भी डॉक्टरों ने की मारपीट कुछ पुलिसकर्मी घायल,
दैनिक मालव क्रांति को जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि इस घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई थी और कोविड वार्ड के डॉक्टर अपनी जान बचाकर भागे, उन्होंने बताया कि 8,,,10 गुंडे टाइप के लोग आए थे उन्होंने कहा कि तीन मर्डर पहले ही कर चुके हैं, और इस तरह गुंडों ने डॉक्टरों पर हमला कर दिया, बताया जाता है कि अक्षत गुप्ता सूर्यकांत और एक अन्य डॉक्टर को चोट पहुंची है इधर डॉक्टरों का आरोप है कि पुलिस ने पहुंचकर लाठीचार्ज किया जिससे डॉक्टरों को चोट पहुंची डॉक्टरों का दर्द यह है कि 24 घंटे मरीजों की सेवा में लगे रहने के बावजूद उनके साथ इस तरह के व्यवहार किए जा रहे हैं, मरीज के परिजन और पुलिस दोनों ही उन्हें अपराधियों की तरह मार रही है। उन्होंने घटना की जांच की मांग की है।