प्रशासन की छूट का यह कैसा उन्माद,,,,,,,,,शादी और मातम का अंतर समझना जरूरी है

 उज्जैन। जिला प्रशासन ने आज शुरू होने जा रही शादियों के लिए कुछ चिन्हित दुकानों को सुबह 8:00 बजे से 12:00 बजे तक खोलने के निर्देश जारी किए थे ।निर्देश के मुताबिक कपड़ों की दुकानें और ज्वेलर्स की दुकानों को सिर्फ उन ग्राहकों के लिए खोला जा सकता था जिनके यहां शादी है , इसके लिए उन्हें अपने साथ शादी की पत्रिका रखना थी , यह पत्रिका दुकानदार को दिखाने के बाद ही उन्हें सामान दिया जाना था, हालांकि यह आदेश लागू करना इतना आसान नहीं था क्योंकि शहर की सैकड़ों दुकानों पर मानिटरिंग की कोई व्यवस्था का प्लान प्रशासन के पास नहीं था, जिसका फायदा उठाकर प्रशासन की इस छूट का वेजा लाभ उठाते हुए शहर के दुकानदारों ने न सिर्फ कपड़े और ज्वेलरी की दुकान खोली बल्कि कई तरह के प्रतिष्ठान पूरी तरह खोले गए, और खरीददारों ने भी जमकर खरीदी की ।कमरी मार्ग छत्री चौक, गोपाल मंदिर ,सती गेट और मालीपुरा में भारी भीड़ एकत्रित हुई। शादी और मातम का अंतर शायद खरीदारी करने वाले कथित समझदार नागरिक समझ नहीं पा रहे हैं।

शहर के फ्रूट मार्केट और सब्जी मार्केट भी पूर्व की तरह बेखौफ होकर खोले जा रहे हैं जबकि इन्हें भी फेरी लगाकर बेचने की अनुमति थी