: 17 मई तक का समय अत्यन्त निर्णायक
जिले में घट रही है पॉजिटिविटी दर
लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवायें सभी एसडीएम -कलेक्टर
उज्जैन 09 मई। रविवार को बृहस्पति भवन में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिले के सभी अनुविभाग के एसडीएम के साथ बैठक की। कलेक्टर ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर घटने लगी है , हम निर्णायक दौर में हैं ।17 मई तक का समय अत्यंत ही महत्वपूर्ण है , इस दौरान कोरोनावायरस को पूरी ताकत से रोकने के प्रयास करना होंगे। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री अंकित अस्थाना, सीएमएचओ डॉ.महावीर खंडेलवाल, महिला बाल विकास विभाग के श्री गौतम अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी सुश्री रमा नाहटे, अन्य अधिकारीगण मौजूद थे। कलेक्टर ने बैठक में निम्नलिखित निर्देश सभी एसडीएम को दिये :-
· 17 मई तक का समय अत्यन्त निर्णायक है। सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवायें। इस दौरान शादी और अन्य कार्यक्रमों पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया जाये।
· किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाये।
· एसडीएम गली-मोहल्ले में क्लिनिक चलाने वाले क्वालिफाइड डॉक्टर्स के साथ समन्वय स्थापित करें।यह सुनिश्चित किया जाए कि इन डॉक्टरों के द्वारा सर्दी-खांसी के मरीजों का उपचार शासन द्वारा जारी गाईड लाइन के अनुसार ही किया जाये।
· अन्तिम संस्कार में भी लोगों की संख्या पर ध्यान रखें। विशेष सख्ती बरती जाये।
· ग्रामीण क्षेत्रों में सचिव, कोटवार, रोजगार सहायक आदि के माध्यम से आयोजित होने वाले वैवाहिक कार्यक्रमों पर कड़ी नजर रखी जाये।
· कलेक्टर ने बैठक में सभी एसडीएम से उनके क्षेत्रों में हॉटस्पॉट और दवाओं की किट के वितरण की समीक्षा की।
· एसडीएम नागदा द्वारा बताया गया कि नागदा में दवाओं का वितरण प्रभावी रूप से किया जा रहा है।
· बड़नगर में भी सर्वे का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की क्षमता बढ़ रही है।
· कलेक्टर ने कहा कि सभी अनुविभागों में दो सर्वे अब तक हो चुके हैं। तीसरे सर्वे में नये हॉटस्पॉट नहीं बनना चाहिये।
· लॉकडाउन के बावजूद यदि कहीं शादी या अन्य कार्यक्रम की सूचना मिले तो सम्बन्धित की गिरफ्तारी करवाई जाये। घर में पांच लोगों में भी शादी नहीं करवाई जायेगी।
· समस्त एसडीएम किसी भी प्रकार के दबाव में न आते हुए लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवायें। किसी भी तरह की छूट न दें।
· कोरोना के कारण यदि मृत्यु होती है तो डेड बॉडी को घर न भेजा जाये।
· कलेक्टर ने कहा कि सभी तहसीलों में आने वाले दिनों में मेडिकल किट और अधिक से अधिक संख्या में उपलब्ध करवाई जायेगी।
· कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ना बेहद जरूरी है।
· ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाले दिनों में अक्षय तृतीय तथा अन्य पर्वों पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
· गांव के मोहल्लों में भी कोविड हेल्प सेन्टर स्थापित किये जायें।
· कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिये कि हाल ही में जारी अस्पताल बेड वाली हेल्पलाइन के वाट्सअप ग्रुप को उनके द्वारा नियमित रूप से चेक किया जाये।
· आने वाले दिनों में बढ़ने वाले किसी भी त्यौहार, पर्व, मांगलिक कार्यक्रम पर किसी भी तरह की छूट न दी जाये। यदि कोई इसका उल्लंघन करता है तो उसे जेल भेजा जाये।
· सर्वे के कार्य में और गति लाने के निर्देश दिए है ।
चिंतामन निवासी राधाबाई कहती हैं माधव नगर अस्पताल से ही उन्हें जीवनदान मिला है
उज्जैन 9 मई . चिंतामन जवासिया निवासी 55 वर्षीय राधा बाई आज माधवनगर से डिस्चार्ज होकर अपने घर गई । वे कहती हैं कि जब यहां आई थी तो लगा था शायद ही बच पाए सांसे टूट रही थी । उनका लड़का उनको यहां भर्ती करवा गया था । यहां के डॉक्टर सोना निया एवं अन्य चिकित्सा स्टाफ की तारीफ करते हुए वे कहती हैं कि सुबह शाम दोनो टाइम डॉक्टर यहां राउंड पर आते हैं ।बराबर दवा दी जा रही है। अच्छा खाना और अच्छा व्यवहार सभी मरीजों के साथ बिना भेदभाव के हो रहा है। इसी कारण से उनके जैसे गरीब लोग आज बिना किसी पैसे के इस अस्पताल से ठीक हो कर घर जा रहे हैं .
: माधव नगर की अच्छी व्यवस्थाओं से जान बची
उज्जैन 9 मई ।माधवनगर हॉस्पिटल में उच्च कोटि की चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध है । यँहा के डॉक्टर , नर्स एवम स्टाफ की दिनरात मेहनत व अच्छे बर्ताव से प्रतिदिन कई लोग कोरोना संक्रमण से ठीक होकर घर जा रहे हैं। इन्ही में शामिल है 50 वर्षीय नेहरू नगर निवासी भगवान दास । वे कहते हैं जब यहां भर्ती हुए थे तो उन्हें लगा उनकी सांसे रुक जाएगी । पर यहां आते ही उन्हें तुरन्त चिकित्सा सुविधाएं मिली। डॉक्टरों व नर्सों का अच्छा व्यवहार मिला । वह आज बिल्कुल ठीक होकर अपने घर गए हैं भगवान दास कहते हैं कि कोरोना से बचाव का मात्र एक साधन है मास्क पहनना व घर में ही रहना। जो लोग इस चीज का पालन कर रहे हैं उनको कोरोना का इन्फेक्शन नहीं हो रहा है ।जो यहां वहां घूम रहे हैं वह उनकी तरह संक्रमित होकर परेशान हो रहे हैं जीवन से खिलवाड़ कर रहे है ।
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