उज्जैन। कॉविड 19 हॉस्पिटल आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है वीडियो में न सिर्फ अस्पताल की गंदगी बताई जा रही है बल्कि यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि अस्पताल में मरीजों को देखने वाले डॉक्टरों का अभाव है जिसके कारण मरीजों की मौत हो रही है। वीडियो के साथ टेक्स्ट मैसेज भी किया जा रहा है (यह मैसेज इस समाचार के साथ दिया जा रहा है) कि इस वीडियो को भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक पहुंचाया जाए. इस संबंध में आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉक्टर एनके राठौर ने आज जिलाधीश को एक पत्र लिखकर वीडियो वायरल करने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है ।उन्होंने पत्र में लिखा है कि उक्त वीडियो उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज का नहीं है, लेकिन वीडियो को कालेज का बताकर भ्रम फैलाकर उज्जैन शहर को और कालेज को बदनाम किया जा रहा है। इस तरह की अफवाह फैलाना देश हित में नहीं है और भयभीत करने वाला है, उन्होंने अस्पताल को बदनाम करने वालों को तत्काल गिरफ्तार करने और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्यवाही करने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि उक्त वीडियो सोशल मीडिया पर पिछले 4,5 दिनों से वायरल किया जा रहा है जिसका उद्देश्य जिला प्रशासन को बदनाम करना और आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती मरीजों को अफवाह फैलाकर उनका मनोबल तोड़ना है
। उक्त वीडियो की क्लिपिंग दैनिक मालव क्रांति के पास सुरक्षित है, लेकिन वीडियो इस समाचार के साथ प्रसारित नहीं किया जा रहा है क्योंकि हम स्वयं भी ऐसे शरारती तत्वों के मंसूबों को ताकत नहीं देना चाहते हैं। वीडियो में जिस तरह की भाषा और आरोप लगाए जा रहे हैं उससे साफ जाहिर है कि शरारती तत्वों ने आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज को बदनाम करने का षड्यंत्र पूरी प्लानिंग के साथ किया है जिसे बेनकाब करना पुलिस के साइबर सेल का काम है।