उज्जैन। देवास के अमलतास अस्पताल में 5 दिन में पति और पत्नी दोनों की मौत होने के बाद परिवार का आरोप है कि अस्पताल में बाहर से ऑक्सीजन मंगवाई जा रही थी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम हरनिया खेड़ी में रहने वाले हरिनारायण चौहान और रेशमा बाई चौहान की तबीयत अप्रैल के अंतिम सप्ताह में खराब हुई, जांच करवाने पर कोरोना की पुष्टि हुई ,1 मई को तबीयत बिगड़ने पर हरिनारायण को देवास के अमलतास अस्पताल में आईसीयू में भर्ती किया गया जहां 3 मई को उसकी मृत्यु हो गई । 3 मई को ही हरि नारायण की पत्नी रेशमा बाई को भी इसी अस्पताल में सांस लेने में दिक्कत के चलते भर्ती किया गया था, जिस दिन रेशमा बाई को भर्ती किया गया उसी दिन पति की मौत हो गई ,मौत के बाद लाश देख कर सदमे में रेशमा बाई की हालत भी बिगड़ती चली गई । 5 दिन बाद 8 मई को पत्नी की भी मौत हो गई ।भोपाल में रहने वाले दामाद ने बताया कि पति पत्नी में आपस में बहुत प्रेम था और कभी भी एक दूसरे से अलग नहीं हुए ,उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल में बाहर से ऑक्सीजन मंगवाई जा रही थी.