उज्जैन। ओ माय गॉड ,,,,,, फिल्म की शूटिंग के चलते विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर इन दिनों सुर्खियों में है शूटिंग के अलावा मंदिर के ही अन्य क्षेत्र प्रभारी की करतूत के कारण भी लोग बोल रहे हैं ओ माय गॉड,,,,, दरअसल अन्य क्षेत्र प्रभारी ने मंदिर के ही सुरक्षा गार्ड की पत्नी से अवैध संबंध कायम कर लिए थे इसकी भनक सुरक्षा गार्ड को लगने के बाद अन्य क्षेत्र प्रभारी अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर सुरक्षा गार्ड की हत्या करवा दी ,पूरा खुलासा होने के बाद जिसे भी अनुच्छेद प्रभारी की करतूत मालूम हुई वह यही बोला ओ माय गॉड,,,,,,महाकाल मंदिर के सुरक्षागार्ड की हत्या के मामले में पुलिस ने महाकाल मंदिर के निशुल्क अन्नक्षेत्र के प्रभारी मिनाद काले सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक सुरक्षागार्ड की पत्नी से अन्नक्षेत्र प्रभारी मिनाद काले का प्रेमप्रसंग था, इसी के चलते सुपारी देकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी महज 24 घंटे में सुलझा ली है।
प्रभारी पुलिस अधीक्षक रविंद्र वर्मा, एएसपी अमरेंद्रसिंह व सीएसपी पल्लवी शुक्ला के मागदर्शन में महाकाल थाना प्रभारी मुनेंद्र गौतम महाकाल मंदिर के सुरक्षागार्ड दिनेश पिता दयाराम की हत्या की गुत्थी को 24 घंटे में सुलझाते हुए इस मामले में महाकाल मंदिर निशुल्क अन्नक्षेत्र के प्रभारी मिनाद काले सहित मृतक की पत्नी और दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 4 मोबाईल, दो बाईक सहित वारदात में इस्तेमाल चाकू भी जप्त कर लिया है।
सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने बताया कि 22 अक्टूंबर की रात नृसिंहघाट मल्टी निवासी महाकाल मंदिर के सुरक्षागार्ड दिनेश की अज्ञात बाईक सवारों ने चाकू से हमला कर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने जब बारिकी से जांच पड़ताल की तो शंका की सुई महाकाल मंदिर अन्नक्षेत्र प्रभारी सहित मृतक की पत्नी पर जाकर अटक गई, जब उनसे पूछताछ की तो कई ऐसे खुलासे हुए, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि इस हत्याकांड में इनकी अहम भूमिका है।
सीएसपी पल्पली शुक्ला ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि मृतक दिनेश की पत्नी पहले अन्नक्षेत्र में कार्य करती थी, वहीं पर बाहर उसका पति सुरक्षागार्ड की नौकरी करता था। यहां महिला की दोस्ती अन्नक्षेत्र प्रभारी से हुई, जिसकी जानकारी लगने पर दिनेश ने अपनी पत्नी की नौकरी छुडवा दी और घर पर ही रखने लगा। लेकिन अन्नक्षेत्र प्रभारी मिनाद और महिला का संपर्क लगातार बना रहा और उसी ने मिनाद से कहां था कि मैं इससे परेशान हो गई हूं, अब इसका पक्का इलाज करवा दो। यहीं से हत्याकांड की साजिश शुरू हुई।
पुलिस ने बताया कि अन्नक्षेत्र प्रभारी मिनाद काले ने अपने ही अपने दो साथी उज्जैन निवासी रोहित चौहान और आलमपुर उड़ाना निवासी सुनील शर्मा को बुलाया और सुरक्षागार्ड दिनेश का चेहरा दिखाया और कहां कि इसकी हत्या करना है। इसके बाद स्वयं घटनावाली रात अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर दिनेश को घर छोड़ने मिनाद काले गया और नृरसिंहघाट के समीप उताकर चला गया। जब दिनेश पैदल घर जा रहा था, तब मिनाद काले के साथी सुनील और रोहित पहले से वहां मौजूद थे, जिन्होंने दिनेश पर चाकू से हमला किया और भाग गय।
पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि मृतक की पत्नी ने मिनाद काले को जब यह कहां कि उसके पति का पक्का इलाज कर दो तो हत्या की साजिश रचते हुए मिनाद ने अपने दो साथी सुनील और रोहित को एडवांस के रूप में 20 हजार रूपए भी दिये थे। महाकाल थाना पुलिस ने इस मामले में अब हत्या के साथ-साथ षडयंत्र रचने की धारा 120बी भी बढ़ा दी है। आरोपी सुनील और रोहित का पुराना कोई रिकार्ड नही है, लेकिन दोनों नशा करने के आदि है।
इस हत्याकांड के खुलासे में अहम भूमिका सीएसपी पल्लवी शुक्ला सहित महाकाल थाना प्रभारी मुनेन्द्र गौतम, उनि राजेन्द्र जाधव, उनि बल्लू मण्डलोई, उनि प्रतिक यादव, उनि अनिल ठाकूर, सउनि लोकेन्द्र सिंह, सउनि संतोष राव, प्रार मनीष यादव, प्रभार सुनिल पाटीदार, प्रआर राहुल कुशवाह, आरक्षक देवेन्द्र पाण्डे, शशांक, वीरसिंह, हरेन्द्र, मंगलेश, सैनिक विशाल की सराहनीय भूमिका रही है।