किंकिणी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्य उत्सव* के माध्यम से फिर एक बार महाकाल की नगरी उज्जैन में कथक नृत्य का एक प्रतिष्ठा पूर्ण आयोजन होने जा रहा है



 *किंकिणी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्य उत्सव* के माध्यम से फिर एक बार  महाकाल की नगरी उज्जैन में कथक नृत्य का एक प्रतिष्ठा पूर्ण आयोजन होने जा रहा है जिसमें नवोदित कलाकारों के साथ साथ स्थापित और प्रतिष्ठित कलाकारों का समागम होगा ।प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ अवॉर्ड सेरेमनी होंगी और शास्त्रीय कथक नृत्य के अत्यंत सम्मानित और प्रतिष्ठित गुरु *पंडित कुंदनलालगंगानी* नृत्य अलंकरण का तथा युवा कत्थक साधक को गुरु पंडित *राजेंद्र गंगानी युवा नृत्य अलंकरण* इस वर्ष प्रदान किया जाएगा ।इस प्रतिस्पर्धा के माध्यम से आइए हम सब मिलकर एक बार फिर कथक को नई ऊंचाइयों ,नवीन आयामों तक ले जाने का प्रयास करें ।आप के सानिध्य में कत्थक के युवा साधक साधिकाओं के लिए यह एक अवसर है जब साक्षात नटराज की भूमि महादेव की भूमि उज्जैनी में अपनी प्रस्तुति के माध्यम से जहां महाकाल के अभिषेक का अवसर मिलेगा वही शास्त्रीय कथक नृत्य की प्रस्तुति हेतु एक *अद्भुत* वातावरण भी प्राप्त होगा ।आशा है आप सभी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति जरूर देंगे आपके स्वागत के लिए हम तत्पर हैं.



उज्जैन भगवान भोलेनाथ की ऐसी पावन भूमि है जहां स्वयं राजाधिराज महाकाल विराजे हैं और स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत होते विकास के साथ आपको उज्जैन का एक अलग ही रूप


 दि


खाई देगा जहां महाकाल कॉरिडोर से लेकर प्रत्येक धार्मिक स्थल मंदिर अद्भुत रूप से सजे हुए मिलेंगे ।यहां मंगल की जन्मस्थली मंगलनाथ ,शक्तिपीठ हरसिद्धि जैसे दर्शन योग्य सिद्ध स्थल हैं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के बहाने आप सब इस नगरी में आकर अपने आप को एक अलग ही वातावरण में पाएंगे