बड़े होकर क्या बनना है यह आज की मेहनत पर निर्भर करता है। इसी को ध्यान में रखते हुए शहर के नौनिहाल अपने आज पर फोकस कर नित नए कीर्तिमन रच रहे हैं। हाल ही में शहर में आयोजित हुई माइंड पॉवर अबेकस की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में बच्चों ने इतिहास रच दिया जिन्होंने केवल 8 मीनिट में 200 कठिन प्रश्नों के उत्तर महज 8 मीनिट में हल किये । जिन्हें चैम्पियन ऑफ चैम्पियन की ट्राफी प्रदान कर सम्मानित किया गया।
द्वतीय राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उज्जैन जिले के माकड़ोन में रहने वाली खुशी गामी ने 8 मीनिट में न केवल 200 प्रश्न हल किए बल्कि उनके द्वारा दिए गए जवाब भी उच्च स्तरीय थे जिसके चलते खुशी को चैंपियन ऑफ चैंपियन की ट्रॉफी दी गई। इसके अलावा प्रतियोगिता में भागीदारी करने वाले देवांश नेमा, राम पँवार, उद्धव बढ़िया व राघवेंद्र लोधी ने चैंपियनशिप प्राप्त की। इसके अलावा वंशिका गामी, विनय सरिया, अनुज गामी व पूर्णिमा बैस फर्स्ट रनर अप रहे । जबकि अध्यांश चौरसिया, रेयना चौहान, विनय चौहान व सत्यम सोलंकी सेकंड रनर अप व अध्यांश चौरसिया, , विनय चौहान व सत्यम सोलंकी थर्ड रनअप अंश पटेल , खुशी चंद्रावत, कनक सोनी,दर्शील चावड़ा , आदर्श सिंह सोलंकी, यश लालवानी, असत श्री नेमा और 50 बच्चों ने मेरिट पोजीशन प्राप्त की
जिनकी इस उपलब्धि पर मुख्य अतिथि श्री मुकेश टटवाल महापौर उज्जैन विशेष अतिथि - श्री विशाल हाडा प्रेस क्लब (अध्यक्ष) ,पं. विजय व्यास डायरेक्टर महाकाल भक्ति चैनल,
जे.पी.आर्य. आर.आईं.( पुलिस उज्जैन), डॉ. जगदीश मांडलिया (शिषु रोग विशेषज्ञ) तथा संदीप मेहता संपादक दैनिक अवंतिका विशेष रुप से उपस्थित थे , माइंड पावर अबेकस के सीइओ राम पाटीदार तथा कार्यक्रम ॐ साईं फाउंडेशन के विशेष सहयोग से आयोजित किया गया । डॉ. जितेंद्र रायकवार (संस्थापक अध्यक्ष) करिश्मा (सचिव) & टीम ओम साईं फरिश्ते फाउंडेशन NGO विशेष रुप से उपस्थित होकर कार्यक्रम की भूमिका में कार्यरत रहे।।
मंच संचालक नेहा सिह (उपाध्यक्ष) साईं फरिश्ते द्वारा किया ।।
कल की चुनौतियों के लिए तैयार रहें बच्चे
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे | माइंड पॉवर अबेकस इंडिया सीईओ राम पाटीदार ने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है जिसमें बच्चों को कल की चुनौतियों के लिए तैयार करना बहुत जरूरी हो गया है । उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा के साथ ही बच्चों को अन्य स्किल डेवलपमेंट एक्टिविटी में भी भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा की अबेकस एक बौद्धिक विकास प्रणाली है जो बच्चों के संपूर्ण विकास करती है जिससे बच्चों के अंदर से गणित के डर को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है और बच्चों को केल्क्यूलेटर फ्री बना देती है, जिससे बच्चे जोड़, घटाव, गुणा, भाग के कठीन सवालों को सेकंडों में हल कर लेते हैं । कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष रूप से सुहानी मांडलिया को सीबीएसई मैं प्रथम रैंक प्राप्त होने पर संस्था द्वारा सम्मानित भी किया गया