विधायक ने अब प्रधानमंत्री को लिखा पत्र,,,,, पत्र में लिखा की यह भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है ,महाकाल लोक में हुए धार्मिक विस्तार में हुए भ्रष्टाचार की जॉच कर दोषियों को दंडित करायें

 


उज्जैन।

3 दिन पहले मामूली तूफान मैं महाकाल लॉक में स्थापित सप्तर्षियों की मूर्तियों के खंडित होने के मामले की शिकायत अब प्रधानमंत्री को की गई है विधायक महेश परमार ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग करते हुए बताया है कि मामूली आंधी में मूर्तियों का टूटना जन भावनाओं के साथ खिलवाड़ है उन्होंने पत्र में लिखा की, भूत भावन श्री महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर विस्तारीत महाकाल लोक कॉरिडोर का लोकार्पण आपके कर कमलो द्वारा हुआ था । उसके पश्चात मात्र ०७ माह में ही महाकाल लोक कॉरिडोर में स्थापित सप्त ऋषि की मूर्तिया छोटी सी आंधी में ही ध्वस्त / खंडित हो गई । मूर्तिया खंडित होने के बाद मामला सामने आया कि , मूर्ति बहुत ही मामूली एफआरपी ( फायबर मटेरियल ) की थी , जबकि धातु / पाषाण की मूर्तिया लगनी थी । उक्त क्षतिग्रस्त मूर्तिया को पेडस्टल भी ठीक से फिक्स नहीं किया गया था ये लापरवाही की पराकाष्ठा थी । स्थापित मूर्तियों की कीमत ०४-०५ लाख रूपये का आंकलन सामने आया है , जबकि मूर्तियों की खरीद ३०-३५ लाख प्रत्येक में हुई है । यह उदाहरण म ० प्र ० भाजपा सरकार द्वारा स्वयं भगवान को ही धोखा देने जैसा है , यह भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है । ज्ञातत्व है कि , महाकाल लोक कोरिडोर में लगभग ३५० करोड का जनधन खर्च हुआ है , इस घटना से आप भ्रष्टाचार का अंदाजा लगाने में सक्षम है । मूर्तिया गुजरात के ही ठेकेदार द्वारा बनाकर लगाई थी । इस मामले को मेरे द्वारा पूर्व में ही विधानसभा में संज्ञान में लाया गया था तथा संबंधित विभागों में शिकायते कि गई थी किन्तु म ० प्र ० की धर्म विरोधी सरकार नहीं जागी । इस घटना क्रम से देश के अखबार / मीडिया भरे पडे है । आप से लोकार्पण कराने की जल्दी में और श्रेय लेने की होड में , म ० प्र ० की सरकार एवं शिवराजसिंह चौहान मुख्यमंत्री ही इस घटना के जिम्मेदार है । इससे साफ जाहीर है कि , देश के प्रधानमंत्री जी को अंधेरे में रखकर जन समुदाय की धार्मिक भावनाओं पर यह कुठाराघात किया गया है । धार्मिक विस्तार के नाम पर करोडो का भ्रष्टाचार किया गया । महाकाल लोक कॉरिडोर में लाखों की संख्या में साधु संत / श्रध्दालु / दर्शनार्थी आते है , इस घटना में उनकी भी जान को खतरा हो गया था और इन सब बिन्दुओ से ऊपर उक्त लगाई गई मूर्तियों के प्रति लाखो आगन्तुक दर्शनार्थीगण श्रध्दा भाव प्रकट करते है , पूजा करते है , जैसे ही देश को यह मालुम पड़ा कि आस्था की प्रतिक उक्त मूर्तिया फाईबर प्लास्टिक मटेरियल की है , जन समुदाय की धार्मिक भावनायें / आस्थायें आहत हुई , उज्जैन सहित समुचे प्रदेश में जन आक्रोश फट पड़ा है । देश के प्रधानमंत्री होने के नाते और आपके ही कर कमलो द्वारा उध्दघाटित महाकाल लोक कॉरिडोर उज्जैन म ० प्र ० के सन्दर्भ में आपसे अनुरोध है कि , धर्म की , लोगो की धार्मिक भावनाओं की , जन समुदाय कि चोटिल आस्थाओं की रक्षा करने के लिए आगे आयें और सम्पूर्ण घटना क्रम , महाकाल लोक में हुए धार्मिक विस्तार में हुए भ्रष्टाचार की जॉच कर दोषियों को दंडित करायें व भ्रष्टाचार रहित व्यवस्था सुनिश्चत करें । सातु संत समुदाय , देश के हिन्दुत्व प्रहरी , आम धार्मिक जन - मानस इस मामले में आपकी ओर देख रहा है कि उनकी धार्मिक भावनाओं / आस्थाओं की रक्षा होगी अथवा नहीं ?